डौंडी में व्यापारियों का बाजार बंद और धरना, 5 सूत्रीय मांगों को लेकर किया गया नगर पंचायत का घेराव

फिरोज अहमद खान (पत्रकार)
बालोद। जिले के नगर पंचायत डौंडी की लंबित समस्याओं को लेकर शुक्रवार को व्यापारियों ने एकजुटता दिखाते हुए पूरे दिन अपनी दुकानें बंद रखीं और 5 सूत्रीय मांगों के साथ नगर पंचायत कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए। व्यापारी संघ के अध्यक्ष तिलक दुबे के नेतृत्व में हुए इस आंदोलन में व्यापारियों ने नगर पंचायत सीएमओ संतोष कुमार देवांगन और इंजीनियर दीप्ति कुरें को निलंबित करने सहित अन्य प्रमुख समस्याओं के समाधान की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने नगर पंचायत का घेराव कर जमकर नारेबाजी की, जिससे नगर में दिनभर माहौल गर्म रहा।
प्रदर्शन की पूर्व सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया और नगर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई। अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर व्यापारियों से बातचीत कर समस्याओं के समाधान का आश्वासन देने की कोशिश की, लेकिन व्यापारी अपनी मांगों पर अड़े रहे। व्यापारियों ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें जल्द नहीं मानी गईं तो वे भानुप्रतापपुर-राजनांदगांव-बालोद मार्ग पर चक्काजाम करेंगे।
व्यापारियों की पांच प्रमुख मांगों में नगर पंचायत कॉम्प्लेक्स की दुकानों की छत से पानी टपकने की समस्या का स्थायी समाधान, नगर के नालियों एवं बाजार क्षेत्र की नियमित सफाई, लावारिस मवेशियों के संरक्षण के लिए व्यवस्थित जगह की व्यवस्था, नगर पंचायत कॉम्प्लेक्स क्षेत्र में महिला प्रसाधन की सुविधा और नव जागरण चौक से सब्जी मंडी तक स्ट्रीट लाइट लगाने की मांग शामिल है। व्यापारियों का कहना है कि ये समस्याएं लंबे समय से बनी हुई हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
व्यापारी संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि इन समस्याओं को लेकर पूर्व में भी प्रशासन को अवगत कराया गया था, लेकिन समाधान नहीं मिलने के चलते अब आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा। व्यापारियों ने नगरवासियों से भी इस आंदोलन में सहयोग की अपील की है। अधिकारी वर्ग ने व्यापारियों को आश्वासन दिया है कि उनकी मांगों पर जल्द कार्रवाई की जाएगी, लेकिन व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि यदि समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
प्रशासन ने व्यापारियों के आंदोलन के बाद तुरंत कार्यवाही का आश्वासन दिया है। अपर कलेक्टर चंद्रकान्त कौशिक ने फोन पर व्यापारी संघ से चर्चा कर, सात दिन के भीतर जांच कमेटी गठित करने की बात कही है। इस कमेटी में व्यापारी संघ और किसान संघ के सदस्य भी रहेंगे, जिससे निष्पक्ष जांच सुनिश्चित हो सकेगी।