“सात फेरों के नाम पर छल, अपरा एकादशी के दिन खून – इश्क के जुनून में पत्नी बनी हत्यारिन”…

इंदौर।जिस दिन व्रत रखकर पापों से मुक्ति की कामना की जाती है, उसी अपरा एकादशी के दिन एक पत्नी ने अपने ही पति को मौत के घाट उतार दिया। जिस सुहागरात पर सपनों के महल बनने चाहिए थे, वहां एक खौफनाक साजिश की नींव रखी जा चुकी थी।
यह कोई फिल्मी कहानी नहीं, बल्कि इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड की वो सच्चाई है, जिसने पूरे देश को सन्न कर दिया है। इस खौनी नाटक की मास्टरमाइंड बनी उसकी पत्नी सोनम, और वजह था उसका प्रेमी राज कुशवाहा।
शादी महज़ एक बहाना, हत्या थी असली मंज़िल :11 मई को सात फेरे लिए, और 16 मई को शिलॉंग के एक कैफे में राजा को मारने की प्लानिंग शुरू कर दी गई। सोनम पहले से तय कर चुकी थी – शादी करेगी, फिर हत्या करवा देगी और प्रेमी के साथ नई ज़िंदगी शुरू करेगी।
“जब मैं विधवा हो जाऊंगी, तब तुम मुझसे शादी कर लेना,”
सोनम ने ये शब्द प्रेमी राज से कहे थे।
छह घंटे की कॉल पर बनी मर्डर स्क्रिप्ट :राज कुशवाहा ने अपने दोस्तों – विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी को इस नर्कली साजिश में शामिल किया।
हत्या से पहले 50 हजार रुपये, दो मोबाइल फोन और नई सिम कार्ड दी गई। सोनम ने फोन से पल-पल की जानकारी दी।
शिलॉंग पहुंचने पर आरोपी सोनम से महज़ 1 किलोमीटर दूर रुके थे।
फोटोशूट के बहाने सुनसान पहाड़ी पर ले गई : 23 मई – अपरा एकादशी के दिन दोपहर 1:30 बजे।
सोनम ने राजा को फोटोशूट का बहाना बनाकर सुनसान पहाड़ी पर बुलाया। पीछा करते हुए थक चुके आरोपी हत्या से पीछे हटना चाह रहे थे। लेकिन सोनम ने लालच दिया
“20 लाख दूंगी, बस काम कर दो।”
मारो इसे! सोनम के चीखते ही गिर पड़ा राजा : विशाल ने पीछे से कुल्हाड़ी से वार किया। राजा ने संघर्ष किया, लेकिन गंभीर चोटों से वह कमजोर हो गया। जब आरोपी हिचकिचा रहे थे तो सोनम ने चिल्लाया –
“मारो इसे!”
और फिर जब राजा लहूलुहान हालत में ज़िंदा था, तो सोनम ने खुद उसे खाई में धक्का दे दिया।
पति के पर्स से निकालकर दिए पैसे : हत्या के बाद सोनम ने आरोपियों को 15 हजार रुपये दिए – जो खुद राजा के पर्स से निकाले गए थे।
इसके बाद एक्टिवा को 25 किमी दूर फेंका गया। मोबाइल फोन तोड़े गए।
प्रेमी अंतिम संस्कार में भी शामिल ताकि शक न हो : राज हत्या में शामिल नहीं हुआ, लेकिन पूरी साजिश का निर्देशन इंदौर से करता रहा।
वह राजा के अंतिम संस्कार में शामिल भी हुआ ताकि कोई शक न करे।
जब राज पकड़ा गया, टूट गई सोनम : राज कुशवाहा और बाकी आरोपी जैसे ही पुलिस के शिकंजे में आए, सोनम की हालत डगमगाने लगी। वाराणसी पहुंची, फिर गाजीपुर में ढाबे से घर फोन किया। पुलिस वहीं पहुंच गई और उसे धर दबोचा।
एक खौफनाक सबक : ये महज़ एक मर्डर केस नहीं, बल्कि उस अंधे प्रेम, लोभ और धोखे का आईना है, जो इंसान को हैवान बना देता है।
जिस रिश्ते की शुरुआत सिंदूर से हुई थी, उसका अंत खून से हुआ।
“यह केस न सिर्फ कानून, बल्कि समाज और रिश्तों को भी कठघरे में खड़ा करता है।”
इंदौर पुलिस का कहना है – “मामले की चार्जशीट अंतिम चरण में है, और हम इस केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाने की तैयारी कर रहे हैं।”