चिखलाकसा विद्युत उपकेंद्र में 3.15 एमव्हीए ट्रांसफार्मर ऊर्जीकृत
तीन हजार उपभोक्ताओं को मिलेगा लाभ

फिरोज अहमद खान (पत्रकार)
बालोद। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (सीएसपीडीसीएल) द्वारा मुख्यमंत्री विद्युत अधोसंरचना विकास योजना के अंतर्गत उपभोक्ताओं को पर्याप्त वोल्टेज के साथ निर्बाध विद्युत सप्लाई देने के लिए अतिरिक्त पॉवर ट्रांसफार्मर लगाए जा रहे है। इसी तारतम्य में छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रब्यूशन कंपनी लिमिटेड (सीएसपीडीसीएल), दुर्ग क्षेत्र द्वारा बालोद जिले में स्थित दल्ली राजहरा टाउन वितरण केंद्र के अंतर्गत 33/11 केव्ही विद्युत उपकेंद्र चिखलाकसा में 75 लाख रुपए की लागत से 3.15 एमव्हीए का अतिरिक्त पॉवर ट्रांसफार्मर लगाकर उर्जीकृत (एनर्जाइज्ड) किया गया, जिससे उपकेंद्र की क्षमता बढ़कर 13.15 एमव्हीए हो गई है। जिसमें उपकेंद्र के अंतर्गत आने वाले लगभग तीन हजार उपभोक्ताओं को निर्बाध एवं गुणवत्तापूर्ण विद्युत की आपूर्ति होगी। उल्लेखनीय है कि उपकेंद्र में दो 05 – 05 एमव्हीए का पॉवर ट्रांसफार्मर पूर्व से ही स्थापित है। 3.15 एमव्हीए का अतिरिक्त पॉवर ट्रांसफार्मर लगने से उपकेंद्र की क्षमता बढ़कर 13.15 एमव्हीए हो गई है, जिससे ओवरलोड की समस्या के निराकरण के साथ ही उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति प्रदान की जा सकेगी।
संचारण – संधारण संभाग बालोद के कार्यपालन अभियंता एसके बंड ने बताया कि उपकेंद्र में अतिरिक्त पॉवर ट्रांसफार्मर लगने से दल्ली राजहरा के लगभग 3000 उपभोक्ताओं को लो वोल्टेज एवं ओवर लोडिंग की समस्या से राहत मिलेगी एवं सभी घरों तक उच्च गुणवत्ता की बिजली पहुंचेगी। उन्होंने बताया कि विद्युत उपकेंद्र की क्षमता बढ़ने से चिखलाकसा, मथुरा नगर, निर्मला स्कूल क्षेत्र, ट्यूबलर शेड, पटेल कॉलोनी, उड़िया पारा, मछली मार्केट, ट्यूबलर शेड, पटेल कॉलोनी, श्रमवीर चौक, बस स्टैंड, सुभाष चौक, एमव्हीटी सेंटर एरिया के उपभोक्ता लाभान्वित होंगे।
छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड दुर्ग क्षेत्र के मुख्य अभियंता संजय खंडेलवाल ने अधीक्षण अभियंता सलिल कुमार खरे, कार्यपालन अभियंता परियोजना डीके भारती एवं कार्यपालन अभियंता एसटीएम पीके पलसोकर और उनकी पूरी टीम को बधाई देते हुए बताया कि पॉवर कंपनी के अधिकारी एवं कर्मचारी उपभोक्ताओं तक गुणवत्तापूर्ण बिजली पहुंचाने के लिए समर्पित होकर कार्य कर रहें हैं। उन्होंने कहा कि सबस्टेशन की क्षमता बढ़ने से उपभोक्ताओं को बेहतर विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।