बालोद

बालोद में सट्टे का साम्राज्य! पुलिस की नाक के नीचे फलफूल रहा अवैध कारोबार, मन्नी के इशारे पर नाच रहा पूरा नेटवर्क

फिरोज अहमद खान (पत्रकार)
बालोद। शहर में पुलिस की नाक के नीचे पल रहे सटोरिए। जहां देखो वहां सटोरिए गरीब लोगों को रातों रात लखपति अरबपति बनाने का सुनहरा सपना दिखा उनकी गाढ़ी कमाई लूट रहे है। शहर में कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाते हुए सट्टे का अवैध कारोबार खुलेआम फलफूल रहा है और हैरानी की बात यह है कि यह सब कुछ बालोद पुलिस और साइबर सेल की नाक के नीचे हो रहा है।

आपको बता दें कि शहर के प्रमुख क्षेत्रों — सिंधी कॉलोनी, मरार पारा, बुधवारी बाजार, अटल आवास, पुराना बस स्टैंड, रेलवे फाटक और जुर्रीपारा सट्टा कारोबार के प्रमुख अड्डे बन चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक किसी मन्नी नामक व्यक्ति द्वारा इस पूरे नेटवर्क का संचालन किया जा रहा है। यह सट्टा गिरोह गरीब और निम्न आय वर्ग के लोगों को रातोंरात अमीर बनने का झूठा सपना दिखाकर उनकी मेहनत की कमाई को निगल रहा है। रोजाना लाखों रुपये का सट्टा शहर में चलाया जा रहा है, लेकिन पुलिस और प्रशासन आंख मूंदकर बैठे हैं।

शहर के नागरिकों ने पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए है वही जिले के नए एसपी योगेश कुमार पटेल की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग रहे है। स्थानीय नागरिकों ने आरोप लगाया है कि सट्टे के इस फैलते नेटवर्क में पुलिस की मिलीभगत साफ दिखाई दे रही है। कई बार बालोद थाना प्रभारी रवि शंकर पांडेय को शिकायत करने के बावजूद कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है, जिससे लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

आपको बता दें कि ऐसा नहीं है कि बालोद पुलिस अवैध सट्टा कारोबार पर अंकुश नहीं लगाती लेकिन बड़ी शर्मनाक और मजेदार बात तो यह है कि अंकुश लगाने के लिए सट्टा कारोबारी खुद अपने प्यादे बालोद पुलिस को परोस देता है ताकि साहब की सुर्ख चमचमाती वर्दी और तमगे पर दाग न लगे। ताकि शहर की जागरूक जनता को भरोसा दिलाया जा सके कि पुलिस भूख प्यास छोड़कर अपने कर्तव्य पर अडिग है। जी हां कुछ ऐसा ही होता आया है आजतक। पुलिस ने सिर्फ सट्टा कारोबार से जुड़े छोटे प्यादों को ही जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया है लेकिन पूरे नेटवर्क का संचालन करने वाले सट्टा कारोबार के मुख्य सरगना को पुलिस चिमटी भी नहीं लेती। वही गुप्त सूत्र बताते है कि मन्नी की तरफ से हर महीने पेशगी पहुंचती ही रहती है। वही मन्नी सेठ बोले कि, “सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का।”

सट्टे जैसे अवैध कारोबार समाज में कई समस्याओं को जन्म देते हैं। गरीब और निम्न आय वर्ग के लोग जल्दी अमीर बनने के चक्कर में अपनी मेहनत की कमाई गंवा देते हैं। सट्टा जैसे अवैध कारोबार अन्य अपराधों को भी बढ़ावा देते हैं जिस कारण अपराध में वृद्धि होती है, जैसे कि उगाही, धोखाधड़ी और हिंसा। वही सट्टे की लत से परिवारों में कलह और विघटन की स्थिति उत्पन्न होती है।

छत्तीसगढ़ पुलिस को सट्टा कारोबार के खिलाफ लगातार सख्त कार्यवाही करनी चाहिए और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाना चाहिए। लोगों को सट्टे के दुष्परिणामों के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए ताकि वे इस अवैध गतिविधि से दूर रहें। उच्च अधिकारियों को पुलिस विभाग की निगरानी करनी चाहिए ताकि किसी भी प्रकार की मिलीभगत को रोका जा सके। बालोद में सट्टे का यह अवैध साम्राज्य समाज के लिए एक गंभीर खतरा बनता जा रहा है। यदि समय रहते इस पर अंकुश नहीं लगाया गया, तो इसके दुष्परिणाम और भी भयावह हो सकते हैं।

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि बालोद पुलिस इस अवैध कारोबार के खिलाफ कब जागती है या फिर मन्नी सेठ का सट्टा साम्राज्य इसी तरह पुलिस की छत्रछाया में फले-फूलेगा।

“बालोद जिला पुलिस अवैध सट्टा कारोबार के खिलाफ निरंतर सख्त कार्यवाही करती आ रही है। शहर हो या ग्रामीण क्षेत्र, सट्टे जैसे गैरकानूनी गतिविधियों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमारी टीम लगातार निगरानी रख रही है और जहां से भी पुख्ता सूचना मिलती है, तत्काल कार्यवाही की जाती है।”

“मैं आम नागरिकों से भी अपील करता हूं कि यदि उन्हें अपने आसपास सट्टे या किसी भी अवैध गतिविधि की जानकारी मिलती है, तो बेझिझक नजदीकी थाना या पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना दें। सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी। पुलिस का उद्देश्य समाज में सुरक्षित और अपराधमुक्त माहौल बनाना है।”

योगेश कुमार पटेल, पुलिस अधीक्षक, बालोद

Feroz Ahmed Khan

संभाग प्रभारी : दुर्ग

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!