जशपुर में विदेशी घुसपैठ का भंडाफोड़ ! नाइजीरियन नागरिक बिना वीजा-पासपोर्ट के घूमता पकड़ा गया, पुलिस ने भेजा जेल!…

जशपुर। छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती जिले जशपुर में सुरक्षा व्यवस्था को ठेंगा दिखाते हुए एक विदेशी नागरिक बिना वीजा-पासपोर्ट के खुलेआम घूमता पाया गया, जिसे जशपुर पुलिस ने दबोच लिया है। यह मामला न केवल प्रशासनिक चूक को उजागर करता है, बल्कि देश की आंतरिक सुरक्षा को चुनौती देने वाला गंभीर संकेत है।
गुप्त सूचना पर हरकत में आई पुलिस, विदेशी गिरफ्तार : 29 मई की रात करीब 8 बजे सिटी कोतवाली जशपुर पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि गम्हरिया स्थित गर्ग उद्यान के पास एक काली स्कूटी (CG14MT7848) में दो संदिग्ध युवक घूम रहे हैं, जिनमें से एक विदेशी, विशेषकर अफ्रीकी मूल का दिखाई दे रहा है।
पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए संदिग्धों को रोका और पूछताछ शुरू की। स्कूटी चला रहे युवक ने अपना नाम राहुल खलखो (21 वर्ष), निवासी ग्राम कस्तूरा, खूंटीटोली, थाना दुलदुला बताया। वहीं दूसरा व्यक्ति, जिसकी शक्ल-सूरत अफ्रीकी नागरिक जैसी थी, ने खुद को गैरी पिता इकवाबोर, उम्र 46 वर्ष, निवासी बैनी सिटी, नाइजीरिया बताया।
न वीजा, न पासपोर्ट – गैरी निकला घुसपैठिया : जब पुलिस ने गैरी से वीजा-पासपोर्ट और पहचान संबंधी दस्तावेज मांगे, तो वह एक भी वैध दस्तावेज नहीं पेश कर सका। इस पर पुलिस ने उसे तत्काल हिरासत में ले लिया और थाने ले जाकर गहन पूछताछ शुरू की।
जांच में पता चला कि गैरी अपनी एक महिला मित्र, जो मुंबई में रहती है, के साथ जशपुर आया था। वह महिला और राहुल खलखो आपस में परिचित हैं और उसी के माध्यम से गैरी ग्राम खूंटीटोली घूमने आया था।
विदेशी अधिनियम के तहत अपराध दर्ज, गैरी को भेजा गया जेल : जशपुर पुलिस ने गैरी के खिलाफ विदेशियों विषयक अधिनियम 1946 की धारा 14 के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया है। उसे विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
एसएसपी शशि मोहन सिंह की सख्त चेतावनी : वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री शशि मोहन सिंह ने बताया:
“कोई भी विदेशी नागरिक यदि आपके क्षेत्र में आता है, तो उसके संबंध में फार्म C भरकर तुरंत स्थानीय थाने में सूचित करना अनिवार्य है। जिस परिवार में यह विदेशी ठहरा था, उन्होंने इसकी सूचना नहीं दी — यह गंभीर लापरवाही है।”
बड़ा सवाल : कहीं जशपुर बन तो नहीं रहा है विदेशी गतिविधियों का अड्डा? गैरी का भारत आना और जशपुर जैसे शांत आदिवासी क्षेत्र में छिपकर घूमना केवल संयोग नहीं हो सकता। क्या इसके पीछे कोई अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क, नशा तस्करी, धनशोधन, या मानव तस्करी का जाल है? पुलिस अब इस पूरे प्रकरण की मल्टी-लेवल जांच में जुट चुकी है।
सावधान जनता, सतर्क प्रशासन की ज़रूरत : इस घटना ने साफ कर दिया है कि देश की सीमाओं से ज्यादा अब अंदरूनी सुरक्षा पर ध्यान देने की जरूरत है। कोई भी संदिग्ध विदेशी नागरिक, बिना दस्तावेज के घूमता पाया जाए तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।
🛑 देश की सुरक्षा कोई मज़ाक नहीं – अब चुप्पी नहीं, जिम्मेदारी निभाइए!
📢 हर नागरिक बने चौकन्ना प्रहरी!