क्या शहर में अवैध कब्जे व निर्माण की है खुली छूट?

फिरोज अहमद खान (पत्रकार)
बालोद। जिले के दल्ली राजहरा बस स्टैण्ड के अंदर लोगों ने अवैध कब्जा कर यात्रियों को मुश्किल में डाल दिया है। बस स्टैण्ड परिसर में जगह जगह लोगो ने अपनी दुकान के आकार में कई गुना जबरन बढ़ोतरी कर ली है जिससे यात्री बसों को यहां से आवाजाही में काफी दिक्कत और परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बस स्टैण्ड में स्थित एचकेएमसी फ्लेक्स नाम से संचालित दुकान के मालिक ने अपनी वास्तविक क्षेत्रफल में ज्यादा बढ़ोतरी कर रखी है। आपको बता दें कि दुकान के संचालक ने नगर पालिका परिषद से जारी क्षेत्रफल से ज्यादा अवैध निर्माण कर बस स्टैण्ड परिसर में ही काफी जगह घेर रखी है। ऊपर से दुकान के सामने बेतरतीब तरीके से फ्लेक्स बोर्ड से निकलने वाले जंग लगे लोहे के कबाड़ को फैला रखा हैं जिससे कई यात्री इन जंग लगे लोहे की छड़ों से घायल और चोटिल भी हो रहे है। बावजूद इसके एचकेएमसी फ्लेक्स के संचालक और मुख्य नगर पालिका अधिकारी को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।
वही इनकी हठधर्मिता से जागरूक होकर एक और दुकान संचालक ने बस स्टैण्ड परिसर में ही बहुत ज्यादा जगह घेर रखी है। उनके इस संबंध में किसी ने पूछा तो उन्होंने कहा कि बस स्टैण्ड में सभी ने अपनी मर्जी से दुकान के क्षेत्रफल में बेतहाशा बढ़ोतरी कर ली है तो मैंने भी अपने कारोबार में चार चांद लगाने वृद्धि कर रखी है। एचकेएमसी फ्लेक्स के अनावश्यक कब्जे कारण ही बाकी दुकानदारों के हौंसले बुलंद हो चले है। आपको बता दें कि एचकेएमसी फ्लेक्स के अनावश्यक कब्जे को देखकर बाकी दुकानदार अपनी अपनी दुकानों के सामने बसों के रुकने और ठहरने वाली जगह को घेर रहे है। कार एंड बाईक वाशिंग सेंटर के नाम से संचालित दुकानदार ने बड़ी छोटी दो पहिया, तीन पहिया, चार चक्का व छ चक्का गाड़ियों की धुलाई और वाशिंग के लिए बस स्टैण्ड की जगह में रैंप तक बना लिया है। वही यहां रोजाना गाड़ियों की धुलाई की जा रही है। जिससे नगर पालिका के जिम्मेदार अनभिज्ञ है। राजहरा बस स्टैण्ड में आने जाने वाली यात्री बसों के चालक और परिचालक भी अवैध कब्जों के कारण वाहनों को मोड़ने और खड़ा करने में काफी दिक्कत महसूस करते है।
नगर पालिका परिषद की यही लापरवाही रही तो वो दिन दूर नहीं जब यहां पैदल चलना भी मुश्किल हो जाएगा। गुप्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शहर में अवैध कब्जों की बेतरतीब बाढ़ के लिए नगर पालिका परिषद का एक रिश्वतखोर कर्मी जिम्मेदार है जो हरी हरी पत्तियों के लालच में बेबुनियाद और नियम विरुद्ध अनुमति दे देता है जो बड़ा शर्मनाक है। जिसके कारण शहर में हर वार्ड में अवैध कब्जों की बाढ़ सी आ गई है। रिश्वत देकर कोई भी कही भी अपनी गगनचुंबी इमारत तान देते है।
नगर पालिका राजहरा में मुख्य नगर पालिका अधिकारी को स्वतः संज्ञान लेने की आवश्यकता है कि वो शहर के वार्डो में नियमित भ्रमण करे व जहां कही नियम विरुद्ध निर्माण दिखे तत्काल उस पर बुलडोजर कार्यवाही करें। लेकिन शायद ऐसा संभव नहीं हो पाएगा। अब देखते है कि नगर पालिका सीएमओ की बंद आंख कब खुलती है। शहर के लोगो का कहना है कि शहर में ज्यादातर अवैध कब्जे और निर्माण पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष शीबू नायर के कार्यकाल में हुए है। वही उनसे जुड़े लोग शहर में बेतहाशा अवैध कब्जे किए हुए है वही मनचाही रकम मिलने पर इन्हों अवैध कब्जों की जगह को लाखों में नए ग्राहकों को बेच देते है वही पालिका के रजिस्टर में दर्ज तक करवा देते है। लोगो को उम्मीद है कि इस बार शहर में भाजपा से नगर पालिका अध्यक्ष चुने गए है। उनकी साफ सुथरी छवि की लोग तारीफ कर रहे है कि अभी नए नए नगर पालिका अध्यक्ष बने है, लेकिन वे जनता के हित में नियम सम्मत फैसले लेंगे और शहर में जहां कही अवैध कब्जे है उन्हें जमीदोज करेंगे।
अभी कुछ दिनों पहले बस स्टैण्ड में खड़ी बस में अचानक आग लग गई थी, जली हुई बस कबाड़ के रूप में ही यही खड़ी बेवजह जगह घेर रही है। वही हमने दल्ली राजहरा नगर पालिका सीएमओ भूपेंद्र वाडेकर को इस बाबत जानकारी लेने के लिए फोन किया लेकिन उन्होंने फोन नही उठाया।