ग्राम पंचायत बागतराई का पंचायत भवन बदहाली की मिसाल, नई सरपंच ने की नए भवन निर्माण की मांग

फिरोज अहमद खान (पत्रकार)
बालोद/गुरूर। प्रदेश में विकास की बयार भले ही चारों ओर बह रही हो, लेकिन बालोद जिले की ग्राम पंचायत बागतराई का लगभग 30 साल पुराना पंचायत भवन आज भी अपनी बदहाली और उपेक्षा की कहानी बयां कर रहा है। जर्जर अवस्था में खड़ा यह भवन न केवल पंचायत कार्यों को बाधित कर रहा है, बल्कि गांव के विकास की गति को भी प्रभावित कर रहा है।
पंचायत भवन की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि बरसात के दिनों में छत से पानी टपकता है, जिससे पंचायत कर्मियों के लिए बैठना और कार्य करना बेहद मुश्किल हो जाता है। कई बार तो दस्तावेज और जरूरी कागजात भी बारिश की बूंदों से भीग जाते हैं, जिससे नुकसान भी होता है। दीवारों में दरारें, टपकती छत, टूटे फर्श और जर्जर खिड़की-दरवाजे इस भवन की बदहाली का साफ़ सबूत हैं।
ग्राम पंचायत की वर्तमान सरपंच श्रीमती अनिता भुनेश्वर साहू ने स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए बताया कि – “पंचायत भवन अब पूरी तरह खतरनाक अवस्था में पहुंच चुका है। गांव की जनता के कार्य संपादन में परेशानी होती है। बरसात के समय भवन में बैठना मुश्किल हो जाता है। मैं अभी नई नई सरपंच बनी हूं। पुराने कार्यकाल में पंचायत का विकास के लिए क्या कार्य हुआ इसकी जानकारी हमे नहीं है। लेकिन अब यहां पूरी तरह से नव निर्माण कर पंचायत भवन बनाया जाएगा।”
सरपंच ने आगे कहा कि उन्होंने जनपद सीईओ और जिला प्रशासन को पत्र लिखकर नए पंचायत भवन निर्माण की मांग की है। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि गांव की मूलभूत जरूरतों को नजरअंदाज न करते हुए शीघ्र स्वीकृति एवं निर्माण कार्य शुरू कराया जाए।
ग्राम पंचायत भवन सिर्फ एक कार्यालय नहीं होता, बल्कि यह गांव की योजनाओं, बैठकों, रिकार्डों और जनकल्याण कार्यों का केंद्र होता है। बागतराई पंचायत भवन की खस्ता हालत से न सिर्फ ग्राम सभा की बैठकों में अड़चन आती है, बल्कि मनरेगा, सामाजिक सुरक्षा, जन वितरण प्रणाली जैसी योजनाओं के संचालन पर भी असर पड़ता है।
गांव के वरिष्ठ नागरिकों ने भी कहा कि वर्षों से यह भवन इसी हालत में है, लेकिन अब स्थिति सहन से बाहर हो गई है। ग्रामीणों ने भी नया पंचायत भवन बनाने की मांग की है ताकि पंचायत के कामकाज में रुकावट न आए और गांव में विकास योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू किया जा सके।
अब देखना यह है कि क्या जिला प्रशासन ग्राम पंचायत बागतराई की इस आवश्यक मांग पर ध्यान देता है या यह भवन इसी तरह बदहाल स्थिति में ढहने का इंतजार करता रहेगा। ग्रामीणों को उम्मीद है कि शीघ्र ही नव निर्माण की स्वीकृति और बजट प्रदान कर गांव के विकास की नींव को मजबूती दी जाएगी।