घरघोड़ा : झूठी एफआईआर से नहीं डरेगा देश – राहुल गांधी पर हमला नहीं, संविधान पर वार…!
★ "दलित छात्रों से मिलना अपराध नहीं, संविधान का अधिकार है!" - गूंजा जनआक्रोश...

बिहार। दरभंगा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के खिलाफ दर्ज कथित फर्जी एफआईआर के विरोध में रायगढ़ ग्रामीण युवा कांग्रेस ने शनिवार को घरघोड़ा को प्रतिरोध की आग से जगा दिया। सड़कों पर उतरे सैकड़ों युवा कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पुतलों को जलाकर लोकतंत्र पर हो रहे हमलों का प्रतीकात्मक दहन किया।
“राहुल गांधी को निशाना बनाना, सामाजिक न्याय की आत्मा पर हमला है” प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट शब्दों में कहा –
“राहुल गांधी ने दलित छात्रों से मुलाकात कर संवैधानिक मूल्यों का पालन किया, न कि कोई अपराध। उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर सत्ता की बौखलाहट और लोकतांत्रिक अधिकारों के दमन की परिचायक है।”
सड़क से संसद तक जाएगी यह आग – संविधान पर हमले का हर जवाब आग बनकर आएगा :
घरघोड़ा की गलियों में गूंजे नारे बन गए चेतावनी:
“संविधान पर हमला नहीं सहेंगे!”
“राहुल गांधी संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं!”
“दलितों की आवाज़ नहीं दबेगी!”
यह आंदोलन अब किसी एक नेता या पार्टी का नहीं, यह भारत के संविधान, सामाजिक न्याय और लोकतांत्रिक अधिकारों की लड़ाई है।
नेता नहीं, प्रतिरोध के सैनिक हैं ये युवा : प्रदर्शन में शामिल रहे ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष शिव शर्मा, महामंत्री विजय शर्मा, उपाध्यक्ष चौधरी, उस्मान बेग, अमित त्रिपाठी, दया शंकर बेहरा, शिव चौहान, संजय डंडे, चिरंजीव यादव, बैटल रथिया, नरेन्द्र बैरागी, चितरंजन साव, अनिल चौहान, अनुराग, योगेन्द्र राठिया, मुकेश चौहान, विभास बर्मन, हेम सागर, बिट्टू और अनेक युवाओं ने स्पष्ट कर दिया:
“अब अन्याय के हर आदेश को जनता की अदालत में खारिज किया जाएगा।”
न्याय के लिए चेतावनी : या तो संविधान बचाओ, या सड़कों से सामना करो – इस जनविरोध की आग सिर्फ घरघोड़ा में नहीं बुझेगी। यह आंदोलन अब सत्ताधीशों की नींद उड़ाने, और लोकतंत्र की रक्षा में आखिरी सांस तक लड़ने का एलान है।
अब सवाल नहीं, संघर्ष है – अब FIR नहीं, जनविद्रोह दर्ज होगा!