एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या करके हत्यारा खुद झूल गया फांसी पर…जाने पूरा मामला…
सारंगढ़-बिलाईगढ़। जिले के सलीहा थाना क्षेत्र से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है जहां एक युवक ने एक ही परिवार के 5 लोगों को मार डाला है। बताया जा रहा है कि हत्या हथौड़ा और कुल्हाड़ी से वार कर की गयीं है। इसके बाद आरोपी ने खुद फांसी के फंदे से लटककर खुदकुशी कर ली है।
दरअसल, एक सिरफिरे युवक ने शादीशुदा महिला से एकतरफा प्रेम में परिवार के पांच लोगों की हत्या कर दी। टांगी और हथौड़े से हत्या के बाद आरोपी ने भी उसी घर में फांसी लगाकर जान दे दी। वारदात सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के सलिहा थाने के चांदन गांव में शुक्रवार की देर रात हुई।
नृशंस हत्याकांड की सूचना मिलते ही एसपी पुष्कर शर्मा फोरेंसिक एक्सपर्ट और अपनी टीम के साथ पहुंचे। पुलिस हत्याकांड की वजह जानने के लिए दोनों परिवारों के परिचितों और पड़ोसियों से सुराग लेने की कोशिश की गई। प्रथम दृष्ट्या हत्याकांड की वजह प्रेम प्रसंग बताया जा रहा है। फांसी लगाने वाले हमलावर का पड़ोसी परिवार की एक महिला से एकतरफा प्रेम था। नाकामी से गुस्साए युवक ने पूरे परिवार को ही खत्म कर डाला।
एसपी पुष्कर शर्मा ने बताया कि एक कमरे से एक पुरुष, एक बच्चे और तीन महिला व युवती के शव मिले हैं। वहीं घर के भीतर दूसरी तरफ एक युवक फांसी पर लटका मिला। इस युवक का नाम मनोज साहू है। युवक पड़ोस में टेलरिंग का काम करता था। आशंका है कि मनोज ने हत्या के बाद खुदकुशी कर ली है। फॉरेंसिक जांच के बाद इसकी पुष्टि होगी। देर शाम तक पुलिस की टीम फॉरेंसिक एक्सपर्ट के साथ जांच में जुटी रही। शुरुआती जानकारी के मुताबिक मृतक मनोज के पड़ोस में हेमलाल साहू (55) रहता था। उसकी बेटी मीरा साहू से मनोज का संबंध था, लेकिन परिवार ने दूसरे परिवार में मीरा की शादी कर दी। मीरा को तीन साल का बेटा था और वह गर्भवती थी। कुछ दिनों पहले वह मायके आई थी। प्यार में नाकामी से नाराज मनोज शुक्रवार की देर रात सुबह हथौड़ा और टांगी लेकर हेमलाल के घर पहुंचा। उसने गुस्से में हेमलाल के साथ ही उसकी पत्नी जगमती (48), बेटी ममता (27) और मीरा (25) के साथ ही मीरा के तीन साल के बेटे की हत्या कर दी। हत्या के बाद उसने खुद भी हेमलाल के घर में ही फांसी लगा ली।
पड़ोसियों ने बताया कि मनोज की पड़ोसी होने के नाते मीरा से बातचीत थी। वह मीरा से एकतरफा प्यार करने लगा। इस पर दोनों परिवार को झगड़ा पुलिस थाने तक पहुंचा था।