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जस्टिस यशवंत वर्मा कैश कांड : जले नोटों की बरामदगी जारी, CJI ने की बड़ी कार्रवाई…

नई दिल्ली | दिल्ली हाई कोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा के कथित कैश कांड में नया धमाकेदार मोड़ आ गया है। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) संजीव खन्ना को सौंपी गई रिपोर्ट में जले हुए नोटों की चौंकाने वाली तस्वीरें सामने आई हैं। इस बीच, जस्टिस वर्मा के घर के बाहर जले हुए नोट मिलने का सिलसिला अभी भी जारी है, जिससे मामला और सनसनीखेज हो गया है।

सुप्रीम कोर्ट ने बनाई जांच कमेटी, हाई-प्रोफाइल केस में बड़ा खुलासा : जस्टिस वर्मा के आवासीय बंगले में आग लगने के बाद कथित रूप से भारी मात्रा में नकदी बरामद होने से न्यायपालिका में भूचाल आ गया है। CJI ने तुरंत तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है, जो इस हाई-प्रोफाइल केस की तह तक जाएगी।

चार दिनों से जल रहे नोट, सफाई कर्मचारियों के सनसनीखेज खुलासे : आज सुबह NDMC की सफाई टीम जब इलाके की सफाई कर रही थी, तो फिर से जले हुए 500 रुपये के नोट बरामद हुए। सफाई कर्मचारी सुरेंद्र ने बताया, “हमें बीते 4-5 दिनों से यहां 500 रुपये के जले हुए नोट मिले हैं। आज भी हमें कुछ टुकड़े दिखे।”

एक अन्य सफाईकर्मी इंद्रजीत ने कहा, “हम इस इलाके में रोज सफाई करते हैं और लगातार जले हुए नोट मिल रहे हैं। हमें नहीं पता कि ये नोट कहां से आ रहे हैं, लेकिन यह मामला बेहद रहस्यमय है।”

CJI का कड़ा एक्शन: जस्टिस वर्मा का ट्रांसफर : मामले की गंभीरता को देखते हुए, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने जस्टिस यशवंत वर्मा को इलाहाबाद हाई कोर्ट ट्रांसफर करने का फैसला लिया है। सूत्रों के मुताबिक, यह फैसला इसलिए लिया गया ताकि जांच निष्पक्ष तरीके से हो सके और न्यायपालिका की साख पर कोई आंच न आए।

सवाल जो उठ रहे हैं :

  1. क्या जस्टिस वर्मा के घर में वाकई करोड़ों की नकदी थी?
  2. अगर हां, तो यह पैसा कहां से आया और क्यों जलाने की कोशिश की गई?
  3. क्या इस मामले में कोई बड़ा गठजोड़ सामने आने वाला है?

न्यायपालिका पर मंडरा रहा है संकट??? : इस हाई-प्रोफाइल मामले ने न्यायपालिका में हड़कंप मचा दिया है। देश की सर्वोच्च अदालत की निष्पक्षता और ईमानदारी पर सवाल उठ रहे हैं। क्या यह मामला भारत के न्यायिक इतिहास के सबसे बड़े घोटालों में शामिल होगा? या फिर सच्चाई कुछ और है? अब पूरे देश की नजर इस जांच पर टिकी है!

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