गर्मी की दस्तक से मच्छरों का बढ़ा आतंक, नगर पालिका की लापरवाही से परेशान हैं लोग

फिरोज अहमद खान (पत्रकार)
बालोद/राजहरा। जैसे-जैसे गर्मी का मौसम दस्तक दे रहा है, वैसे-वैसे शहर में मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ने लगा है। दल्ली राजहरा व चिखलाकसा शहर के कई इलाकों में मच्छरों का आतंक बढ़ने से लोग परेशान हो गए हैं। मौसम में बदलाव के साथ उमस भरी गर्मी और सुबह की हल्की ठंड ने मच्छरों के पनपने की स्थितियों को और बढ़ा दिया है। जगह-जगह पानी जमा होने से मच्छरों का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है।
नगर पालिका परिषद की अनदेखी
शहर के कई वार्डों के निवासी मच्छरों के बढ़ते आतंक से बुरी तरह परेशान हैं। खासकर शहर बस स्टैण्ड, पटेल कॉलोनी, 256 चौक, इंदिरा नगर, पंडर दल्ली, हॉस्पिटल सेक्टर और चिखलाकसा के इलाके इस प्रकोप से जूझ रहे हैं। इन इलाकों में मच्छरों के काटने से लोग घरों में ठहरने तक में असमर्थ हो गए हैं। इसके बावजूद नगर पालिका परिषद राजहरा और नगर पंचायत चिखलाकसा इस गंभीर समस्या की ओर आंख मूंदे बैठी हुई है।

बीएमओ डॉ. विजय ठाकुर ने कहा कि गर्मी के शुरुआती दौर में मच्छरों के काटने से बुखार, डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। इस कारण अभी से मच्छरों के नियंत्रण के लिए जरूरी कदम उठाना बेहद महत्वपूर्ण है। यदि समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया, तो आने वाले समय में शहर में बीमारियों का प्रकोप बढ़ सकता है, जिससे अस्पतालों में मरीजों की भीड़ और अधिक बढ़ जाएगी।
शहर के लोगों की बढ़ती चिंताएं
नगरवासियों का कहना है कि मच्छरों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। न तो स्वास्थ्य विभाग और न ही बीएसपी की ओर से इस समस्या को लेकर कोई ठोस कदम उठाए गए हैं। लोगों ने नगर पालिका से फॉगिंग कराने की बार-बार मांग की है ताकि मच्छरों का प्रकोप कम हो सके और बीमारियों से बचा जा सके।
राजहरा के नगरवासियों का कड़ा संदेश
शहर के लोग लगातार नगर पालिका से फॉगिंग के लिए निवेदन कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई भी कार्यवाही नहीं हो रही है। लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि जब मच्छरों के बढ़ते प्रकोप से शहरवासियों की सेहत पर संकट मंडरा रहा है, तो राजहरा नगर पालिका इतनी लापरवाह क्यों है? यदि यही हालात बने रहे, तो आने वाले दिनों में शहर के अस्पतालों में भारी भीड़ हो सकती है, जिससे चिकित्सा सुविधाएं भी प्रभावित हो सकती हैं।
आवश्यक कदम उठाने की मांग
अब समय आ गया है कि प्रशासन इस समस्या को गंभीरता से ले और तत्काल फॉगिंग कराकर मच्छरों की संख्या नियंत्रित करे। अगर फॉगिंग जैसी कार्यवाही जल्दी नहीं की जाती है, तो आने वाले समय में मच्छरों के कारण फैलने वाली बीमारियों से न सिर्फ शहरवासियों की सेहत पर असर पड़ेगा, बल्कि यह समस्या और भी गंभीर रूप ले सकती है।
सार्वजनिक स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से देखा जाए तो यह मुद्दा तुरंत समाधान की मांग करता है। आपको बता दे कि नगर पालिका परिषद के पिछले कार्यकाल की कई खराबी और भ्रष्टाचार के चलते दल्ली राजहरा नगर पालिका परिषद का बुरा हाल है अब नगरीय निकाय चुनाव के बाद नई परिषद के गठन के बाद इस समस्या पर क्या उपाय किए जाते है यह देखना होगा। नगर पालिका को चाहिए कि वह जगह जगह जमा पानी पर दवाई का छिड़काव करे तथा पूरे शहर में शीघ्र फॉगिंग की कार्यवाही शुरू करे और मच्छरों के बढ़ते प्रकोप को काबू में लाने के लिए जरूरी कदम उठाए ताकि शहर में किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य आपात स्थिति का सामना न करना पड़े।