रायपुर

छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा शराब घोटाला : जांच का दायरा बढ़ा, पूर्व महापौर एजाज ढेबर की बढ़ सकती है मुश्किलें, ACB-EOW ऑफिस में पूछताछ हुई शुरू …

रायपुर। छत्तीसगढ़ में 2161 करोड़ रुपये के शराब घोटाले की जांच लगातार गहराती जा रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) और आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW-ACB) की टीमें इस घोटाले में जुड़े हर पहलू की तहकीकात कर रही हैं। अब जांच एजेंसियों ने पूर्व महापौर एजाज ढेबर और उनके करीबी रिश्तेदारों को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है। इससे पहले उनके बड़े भाई अनवर ढेबर को इस घोटाले का मास्टरमाइंड बताया गया था, जो पहले से जेल में हैं।

ईओडब्ल्यू-एसीबी की जांच तेज, एजाज ढेबर पर बढ़ा दबाव : सूत्रों के मुताबिक, एजाज ढेबर को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन उन्होंने नगरीय निकाय चुनावों का हवाला देकर समय मांगा। माना जा रहा है कि पूछताछ के बाद उनकी मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। ईओडब्ल्यू को जांच में नए तथ्य मिले हैं, जिसके आधार पर नोटिस जारी किया गया है।

कवासी लखमा भी जेल में, ED ने लगाया 2 करोड़ रुपये कमीशन लेने का आरोप : इस घोटाले में छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को भी ED ने हिरासत में लिया था, जिनकी न्यायिक रिमांड जारी है। ईडी के मुताबिक, लखमा को हर महीने 2 करोड़ रुपये कमीशन दिया जाता था

कैसे हुआ घोटाला?

  • 2017 में आबकारी नीति में संशोधन कर CSMCL के जरिए शराब बिक्री का नियम लागू किया गया
  • 2019 के बाद अनवर ढेबर के सिंडिकेट ने अधिकारी, कारोबारी और राजनेताओं की मिलीभगत से भ्रष्टाचार को अंजाम दिया
  • डुप्लीकेट होलोग्राम के जरिए शराब बिक्री में धांधली की गई।
  • ईडी की चार्जशीट में दावा किया गया कि इस घोटाले के तहत 2161 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार हुआ

ईओडब्ल्यू की एफआईआर में कई बड़े नाम शामिल : जनवरी 2024 में ईडी के आवेदन पर ईओडब्ल्यू-एसीबी ने 70 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। इनमें शामिल हैं:
अनिल टुटेजा (पूर्व आईएएस)
अनवर ढेबर (पूर्व महापौर एजाज ढेबर के भाई)
कवासी लखमा (पूर्व आबकारी मंत्री)
ए.पी. त्रिपाठी (CSMCL के पूर्व एमडी)
✔ कई आबकारी अधिकारी, कारोबारी और कांग्रेस के पदाधिकारी

क्या आगे और गिरफ्तारियां होंगी? ईओडब्ल्यू और ईडी की जांच अब पूर्व महापौर एजाज ढेबर और उनके करीबी रिश्तेदारों पर केंद्रित हो गई है। अगर पूछताछ में नए सबूत सामने आते हैं, तो जल्द ही और भी बड़े नामों पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है

यह घोटाला छत्तीसगढ़ की राजनीति में बड़ी हलचल मचा सकता है। अब निगाहें इस बात पर हैं कि जांच का अगला कदम क्या होगा और इसमें और कौन-कौन बेनकाब होते हैं

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