अवैध शराब तस्करी का बड़ा खुलासा, 1 करोड़ से अधिक की खेप जब्त ; अवैध कारोबार के पीछे राजनीतिक साजिश?…

बिलासपुर। आबकारी विभाग और पुलिस ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए 1 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध अंग्रेजी शराब जब्त की है। गोवा से भूटान ले जाई जा रही इस शराब के लिए फर्जी परमिट का इस्तेमाल किया गया था। इस कार्रवाई से न सिर्फ राज्य बल्कि पूरे देश में अवैध शराब तस्करी के संगठित नेटवर्क का खुलासा हुआ है।
- ✅ 1000 पेटी अंग्रेजी शराब जब्त – स्टेट और डिविजन टीम ने छत्तीसगढ़-बिहार सीमा पर एक कंटेनर को रोका, जिसमें भारी मात्रा में शराब बरामद हुई।
- ✅ फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल – प्रारंभिक जांच में पता चला कि शराब चुनाव में मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए लाई गई थी और इसके लिए नकली भूटान परमिट तैयार किया गया था।
- ✅ कोड वर्ड ‘जय मां लक्ष्मी’ का इस्तेमाल – शराब की डिलीवरी के लिए इस कोड का उपयोग किया जा रहा था, जिससे नेटवर्क का खुलासा हुआ।
- ✅ दो गिरफ्तार, जांच जारी – पुलिस ने कंटेनर के ड्राइवर और डिलीवरी ब्वॉय को हिरासत में लिया है, और मामले में गहन पूछताछ की जा रही है।
अवैध कारोबार के पीछे राजनीतिक साजिश? सूत्रों के मुताबिक, इस तस्करी से एक बड़े व्यवसायी का नाम जुड़ा है, जो हाल ही में राजनीति में सक्रिय हुआ था और विधानसभा चुनाव में टिकट पाने के लिए प्रयासरत था। इस व्यवसायी के करीबी सहयोगियों पर भी संदेह जताया जा रहा है। जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि क्या इस पूरे नेटवर्क में राजनीतिक संरक्षण भी शामिल था।
प्रशासन का कड़ा संदेश : बिलासपुर पुलिस और आबकारी विभाग ने स्पष्ट किया है कि अवैध शराब के कारोबार को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रशासन ने संकेत दिया है कि इस मामले में बड़े स्तर पर जांच जारी रहेगी और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
यह कार्रवाई न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे देश में अवैध शराब माफिया के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। आने वाले दिनों में इस मामले में और भी चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।