बालोद

ऑपरेशन मुस्कान में बालोद पुलिस की बड़ी सफलता, 13 नाबालिग बच्चों को किया बरामद

फिरोज अहमद खान (पत्रकार)
बालोद। बालोद जिला पुलिस को ऑपरेशन मुस्कान के तहत बड़ी सफलता मिली है। बालोद पुलिस ने हैदराबाद, कानपुर, पुणे, मुंबई, कर्नाटक, रीवा और राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से कुल 13 नाबालिग बच्चों को दस्तयाब किया है। इन बच्चों को उनके परिजनों से मिलवाकर उनके चेहरों पर मुस्कान लौटा दी गई है।

बालोद पुलिस अधीक्षक, एसआर भगत ने हमारे प्रतिनिधि से बात करते हुए इस ऑपरेशन की सफलता पर खुशी व्यक्त की और बताया कि यह अभियान बच्चों के संरक्षण और उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए लगातार जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि बच्चों की बरामदगी से परिजनों के चेहरों पर खुशी की लहर दौड़ गई है, जो एक बड़ी उपलब्धि है। ऑपरेशन मुस्कान में बालोद जिला पुलिस की सफलता मिली है। हैदराबाद, कानपुर, पुणे, मुंबई, कर्नाटक रीवा एवं अन्य राज्यों से कुल 13 नाबालिग बच्चों को दस्तयाब कर परिजनों के चेहरे पर लाई गई मुस्कान।

आपको बता दें कि ऑपरेशन मुस्कान के तहत बालोद पुलिस द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की जा रही है और यह अभियान अन्य जिलों में भी प्रेरणा स्रोत बना है। पूरे 3 साल बाद बच्ची से मिलकर परिजन की आंखें हुई नम एवं चेहरे पर आई मुस्कान। पुलिस महानिदेशक छत्तीसगढ़ एवं पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज, दुर्ग के निर्देशानुसार ऑपरेशन मुस्कान के तहत जिला बालोद में गुम बालकों तथा गुम इंसानों के दस्तायाबी हेतु पुलिस अधीक्षक एसआर भगत एव अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार जोशी, अतरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मोनिका ठाकुर के मार्गदर्शन में विशेष पहल से एक टीम गठित कर लगातार प्रयास किया जा रहा है। इस हेतु एसडीओपी देवांश सिंह राठौर बालोद व अन्य स्टॉफ की एक विशेष टीम गठित की गई। जिले में अब तक लंबित अपराधों व गुम इंसान के डायरियों को बुलवाकर जिला स्तर पर अवलोकन किया गया। गुम इंसान तथा अपराध की डायरियों के अवलोकन के दौरान प्राप्त ह्यूम इन्ट तथा तकनीकी सूचना के आधार पर विभिन्न राज्यों के लिए रूट वाईज अलग अलग टीम तैयार कर भेजी गई।

पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में अभियान के नोडल अधिकारी के नेतृत्व में संबंधित थाना तथा सायबर सेल की टीम को दस्तयाबी हेतु भेजी गई। टीम के द्वारा अपनी सूझबूझ व दक्षता का परिचय देते हुए, जिले में गुम इंसानों को दस्तयाब करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई। देश के विभिन्न राज्यों से दस्तयाब कर प्राप्त सफलताओं के कुछ चुनिंदा उदाहरण निम्नानुसार है –

1) थाना सनोद के अपराध क्रमांक 120/24 धारा 137(2) बीएनएस 87, 64(2)(ड) बीएनएस 4,6 पास्को एक्ट के प्रकरण में बालिका को जिला सिद्धीपेट तेलंगाना से दस्तयाब किया गया।

2) थाना मंगचुआ के अपराध क्रमांक 13/22 धारा 363 भादवि के प्रकरण में बालिका को हैदराबाद तेलंगाना से दस्तयाब किया गया।

3) थाना डौंडी के अपराध क्रमांक 100/24 धारा 137(2) बीएनएस 87, 64(2)(एम) बीएनएस 4,6 पास्को एक्ट के प्रकरण में गुम बालिका को थाना शिरोल जिला कोल्हापुर महाराष्ट्र से दस्तयाब किया गया।

4) थाना गुण्डरदेही के अपराध क्रमांक /288/24 धारा 137(2) बीएनएस 87, 64(2)(एम) बीएनएस 4,6 पास्को एक्ट के प्रकरण में बालिका को जिला वर्धा महाराष्ट्र से दस्तयाब किया गया।

5) थाना बालोद के अपराध क्रमांक 285/21 धारा 363 के प्रकरण में बालिका को जिला मुंबई महाराष्ट्र से दस्तयाब किया गया।

6) थाना बालोद के अपराध क्रमांक 56/25 धारा 137(2) बीएनएस के प्रकरण में बालिका को जिला विजयपुर कर्नाटक से दस्तयाब किया गया।

7) थाना देवरी के अपराध क्रमांक 6/25 धारा 137(2) बीएनएस के प्रकरण में बालिका को मध्यप्रदेश के रीवा से दस्तयाब किया गया।

उक्त कार्यवाही में संबंधित थाना के थाना प्रभारी एवं स्टाफ, साइबर टीम बालोद के द्वारा उल्लेखनीय कार्य किया गया।

(नोट – समाचार में दिखाई दे रहा “बच्चों के साथ पुलिस अधिकारी का चित्र” आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा निर्मित काल्पनिक चित्र मात्र है। बच्चो की सुरक्षा के कारण हमारे द्वारा नाबालिग बच्चों के छाया चित्र प्रदर्शित नहीं किए जा रहे है।)

Feroz Ahmed Khan

संभाग प्रभारी : दुर्ग
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