खुरसुनी अटल चौक में बार-बार वाहन दुर्घटनाओं से ग्रामीणों में आक्रोश, जिला प्रशासन से स्पीड ब्रेकर लगाने की मांग
फिरोज अहमद खान (पत्रकार)
बालोद। जिले के अर्जुन्दा तहसील अंतर्गत ग्राम खुरसुनी अटल चौक पर लगातार हो रही वाहन दुर्घटनाओं ने स्थानीय ग्रामीणों को चिंतित कर दिया है। यहां आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं ने न केवल लोगों की जान को खतरे में डाला है, बल्कि सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल भी खड़े किए हैं। ग्रामीणों ने अब जिला प्रशासन से स्पीड ब्रेकर लगाने की मांग की है, ताकि दुर्घटनाओं पर काबू पाया जा सके और लोगों की जान की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
खुरसुनी अटल चौक पर पिछले कुछ महीनों में कई गंभीर सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। यह चौक मुख्य सड़क के साथ जुड़ा हुआ है और यह स्थान व्यस्त होने के कारण वाहनों की गति बहुत अधिक रहती है। विशेष रूप से तीव्र गति से गुजरते वाहन और चौक के आसपास के संकीर्ण रास्ते दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं। कई बार यहां ट्रक, बसें और दुपहिया वाहन एक-दूसरे से टकरा चुके हैं, जिससे कई लोग घायल हो चुके हैं और कुछ मामलों में तो मौत भी हो चुकी है। वहीं ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि इस समय पीडब्ल्यूडी के द्वारा सड़क रिपेयरिंग की जा रही है इसलिए स्पीड ब्रेकर बन जाए तो बेहतर होता।
इस मुद्दे पर स्थानीय नेताओं और पंचायत प्रतिनिधियों ने भी अपनी आवाज उठाई है। पंचायत के सरपंच ने कहा कि “हमने कई बार जिला प्रशासन से इस मुद्दे को उठाया है। हम उम्मीद करते हैं कि प्रशासन जल्द ही इस पर कार्रवाई करेगा और स्पीड ब्रेकर के निर्माण के साथ-साथ सुरक्षा उपायों को भी लागू करेगा।”
स्थानीय नेताओं ने भी ग्रामीणों के समर्थन में बयान दिया है और उन्होंने कहा कि “यह एक सामाजिक सुरक्षा का मुद्दा है, और हम इसे प्राथमिकता देंगे। हम जिला प्रशासन से इस मामले में जल्द से जल्द कदम उठाने की अपील करते हैं।”
पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि “हमने खुरसुनी अटल चौक पर हो रही दुर्घटनाओं के संबंध में जानकारी प्राप्त की है। इस संबंध में एक सर्वे किया जाएगा और स्पीड ब्रेकर के निर्माण के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। हम इस मामले को गंभीरता से देख रहे हैं और जल्द ही इस पर निर्णय लिया जाएगा।”
ग्रामीणों का आरोप है कि स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग ने सड़क सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम नहीं उठाए हैं। विशेष रूप से स्पीड ब्रेकर और सड़क संकेतों की अनुपस्थिति दुर्घटनाओं के बढ़ने का कारण बन रही है। इसके अलावा, प्रशासन पर यह भी आरोप है कि उन्होंने इस मुद्दे पर पहले कोई ठोस कदम नहीं उठाए, जिससे यह समस्या विकट हो गई है।
खुरसुनी अटल चौक पर लगातार हो रही दुर्घटनाओं ने न केवल स्थानीय लोगों की सुरक्षा को खतरे में डाला है, बल्कि यह सड़क सुरक्षा के महत्व को भी उजागर करता है। अब समय आ गया है कि जिला प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों को इस मुद्दे को प्राथमिकता के आधार पर हल करना चाहिए। स्पीड ब्रेकर और अन्य सुरक्षा उपायों के निर्माण से न केवल दुर्घटनाओं में कमी आएगी, बल्कि स्थानीय लोगों को सुरक्षित यात्रा का विश्वास भी मिलेगा। अनेश्वर सिन्हा, मनहरण साहू, वेद प्रकाश, राजकुमार, तेजराम यादव, मुकेश साहू, नोहर साहू, हेमंत साहू तथा ग्रामीणों ने कहा है कि उनकी मांग सही है, और अब यह प्रशासन का दायित्व बनता है कि वे इस पर जल्द से जल्द कार्रवाई करें, ताकि भविष्य में होने वाली दुर्घटनाओं से बचा जा सके।