6 नंबर बिल्डिंग में अवैध शराब का कारोबार, इलाके का माहौल खराब, नौजवान पीढ़ी हो रही तबाह
फिरोज अहमद खान (पत्रकार)
बालोद। जिले के दल्ली राजहरा शहर के वार्ड क्रमांक 09 स्थित 6 नंबर बिल्डिंग में अवैध शराब का कारोबार खुलेआम फल-फूल रहा है। इस बिल्डिंग के कई आवासों में देशी और विदेशी शराब का भंडारण किया जा रहा है और शराब प्रेमियों को आसानी से उपलब्ध करवाई जा रही है। लोगो में चर्चा का विषय है कि यह अवैध शराब का कारोबार नितिन साहू नामक व्यक्ति द्वारा संचालित किया जा रहा है। हैरान करने वाली बात यह है कि राजहरा पुलिस, आबकारी विभाग और बीएसपी नगर प्रशासन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों ने खुली छूट दे रखी है, और इस अवैध व्यापार को बढ़ावा दिया जा रहा है।
इस अवैध कारोबार के चलते इलाके का माहौल पूरी तरह से खराब हो चुका है। शराब प्रेमियों का कहना है कि अब उन्हें शराब खरीदने के लिए शराब की दुकानों के चक्कर नहीं लगाने पड़ते, क्योंकि अब घर के पास ही अवैध शराब आसानी से उपलब्ध है। वहीं, एक शराब प्रेमी ने तो यह तक कह दिया कि वार्ड नंबर 09 की 06 नंबर बिल्डिंग को मदिरालय घोषित कर दिया जाए, ताकि लोग यहां आकर खुलकर शराब पी सकें और किसी प्रकार की कानूनी समस्या का सामना न करना पड़े। इस प्रकार के अवसरवादी बयान इलाके के सामाजिक ताने-बाने को और भी कमजोर कर रहे हैं।
अवैध शराब के कारण इलाके का माहौल पूरी तरह से विकृत हो चुका है। नौजवान पीढ़ी में शराब के सेवन को लेकर एक गलत संदेश जा रहा है। कई युवा अब शराब की लत में फंसते जा रहे हैं, जिससे उनके जीवन में संघर्ष और विफलता का सामना करना पड़ रहा है। शराब का सेवन एक ऐसा जहर बन चुका है जो न केवल व्यक्तिगत जीवन बल्कि परिवारों को भी तबाह कर रहा है।
घर-परिवार में शराब की वजह से क्लेश होना अब आम बात हो गई है। कई परिवारों में पत्नी और बच्चों के बीच रोज़-रोज़ झगड़े हो रहे हैं। शराब पीकर घर लौटने वाले लोग अपनी खुशियां और समाज की जिम्मेदारी भूल चुके हैं, और सिर्फ अपनी शराब की तलब को पूरा करने में जुटे हैं। इस नशे की लत ने सामाजिक रिश्तों को भी प्रभावित किया है, और अब लोग एक-दूसरे से अपनी समस्याओं को साझा करने की बजाय शराब की बोतल में अपना दर्द डूबोने लगे हैं।
शराब के कारण सड़क दुर्घटनाओं में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है। अवैध शराब का सेवन करने के बाद युवकों का वाहन चलाना एक खतरनाक खेल बन चुका है। आए दिन सड़क पर तेज़ रफ्तार और नशे में धुत वाहन चालकों के कारण दुर्घटनाएं हो रही हैं। कई बार तो यह दुर्घटनाएं इतने घातक रूप से होती हैं कि लोगों की जान तक चली जाती है, और इसके जिम्मेदार अवैध शराब का कारोबार है।
अवैध शराब के कारोबार में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए, लेकिन अब तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। भारतीय दंड संहिता की धारा 272 और धारा 273 और धारा 34(2) छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम 2015 के तहत अवैध शराब बेचने और शराब के सेवन के लिए अवैध व्यापार करने वाले लोगों के खिलाफ जुर्माना और सजा का प्रावधान है।
इसके अलावा, भारत सरकार के शराब नियंत्रण कानून के तहत भी यदि कोई व्यक्ति अवैध शराब का भंडारण करता है या बेचता है, तो उसे तीन साल तक की सजा और जुर्माना हो सकता है। यदि यह कारोबार किसी गंभीर अपराध के रूप में सामने आता है, तो आपराधिक आरोप भी लगाए जा सकते हैं, और आरोपित व्यक्ति को जेल की सजा भी हो सकती है।
अवैध शराब माफिया जो इस कारोबार को चला रहे हैं, उन्हें कानूनी कार्यवाही का सामना करना पड़ सकता है। यदि यह अवैध व्यापार जारी रहता है और प्रशासन द्वारा कड़ी निगरानी और सख्त कदम नहीं उठाए जाते हैं, तो अवैध शराब के कारोबारियों को जेल जाना पड़ सकता है। अवैध शराब के सेवन और विक्रय पर कार्रवाई करने वाले अधिकारियों को कड़ा संदेश देना चाहिए, ताकि इस प्रकार के अपराधों को रोका जा सके। वहीं वार्ड नंबर 09 के तथा आसपास के रहवासियों का कहना है कि उनके द्वारा राजहरा पुलिस, आबकारी विभाग तथा बीएसपी नगर प्रशासन विभाग को कई बार इस अवैध शराब के कारोबार की शिकायत दी गई लेकिन उन्होंने इन विभागों द्वारा किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई। बीएसपी की 06 नंबर बिल्डिंग भी बीएसपी नगर प्रशासन विभाग के अधीन है लेकिन उनके द्वारा भी कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई।
प्रशासनिक अधिकारियों की निष्क्रियता और मिलीभगत के कारण यह अवैध कारोबार बढ़ता जा रहा है। यदि राजहरा पुलिस, आबकारी विभाग और बीएसपी नगर प्रशासन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी समय पर सख्त कार्रवाई करते, तो यह स्थिति कभी नहीं बनती। अधिकारियों को कानून का पालन करना चाहिए और अवैध शराब के कारोबार पर कड़ी निगरानी रखनी चाहिए।
अवैध शराब का कारोबार दल्ली राजहरा के वार्ड नंबर 09 में खुलेआम चल रहा है, और इसके कारण इलाके का माहौल खराब हो रहा है। नौजवानों की तबाही, घर-परिवार में कलह, और सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण यह अवैध शराब का कारोबार है। प्रशासन को चाहिए कि वह सख्त कार्रवाई करें और इस अवैध कारोबार को जड़ से खत्म करने के लिए कानूनी कदम उठाएं, ताकि इलाके में शांति और सुरक्षा बहाल की जा सके। अवैध शराब कारोबारियों को भी चेतावनी दी जाए कि वे कानून का उल्लंघन करने से बाज आएं, वरना उन्हें कड़ी सजा का सामना करना पड़ेगा। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अवैध शराब कारोबार को 6 नंबर बिल्डिंग में ही के किसी राजनीतिक नेता का संरक्षण प्राप्त है। जिसके चलते आबकारी विभाग, पुलिस विभाग और बीएसपी नगर प्रशासन विभाग पूरी तरह चुप्पी साधे हुए है।