फिरोज अहमद खान (पत्रकार)
बालोद। प्रदेश सरकार भले ही सरकारी जमीनों से अवैध कब्जे हटाने के लिए अभियान चला रही हो, लेकिन हकीकत इससे परे हैं। हाल यह है कि जिले के डौंडी तहसील अंतर्गत ग्राम कुसुमकसा पर ही वन विभाग के नाके पर ही अपने आप को रसूखदार बतलाते हुए किसी ने कब्जा कर रखा हैं। आपको बता दें कि आज की तारीख में ग्राम कुसुमकसा से ही राष्ट्रीय राजमार्ग 930 गुजर रहा है। मतलब कि गांव से नेशनल हाईवे गुजर रहा है, इसी को देखते हुए चालाक अवैध कब्जाधारी कही भी दुकान खोल बिल्डिंग तानने की तैयारी में है। वहीं जिले के प्रशासनिक अधिकारी को कोई खबर ही नहीं है। ग्राम पंचायत के सरपंच और सचिव को गांव के विकास से कोई मतलब ही नहीं।
मामला यह है कि कुसुमकसा से होकर गढ़चिरौली की ओर नेशनल हाईवे सड़क गुजर रही है जिसके मद्देनजर सड़क चौड़ीकरण कर निर्माण किया जा रहा है। जिसके चलते कुसुमकसा स्थित छत्तीसगढ़ वन विभाग का वनोपज जांच नाका भी था। नेशनल हाईवे 930 सड़क चौड़ीकरण के चलते नाके को तोड़ना पड़ गया था। जिसके बाद वर्तमान में जगह खाली होने के कारण वन विभाग के सेवानिवृत्त कर्मचारी जान मोहमद कुरैशी के पुत्र द्वारा वन विभाग के नाके पर ही अण्डा व्यवसाय हेतु दुकान का पक्का निर्माण कर लिया गया है। वहीं बिजली विभाग से बिजली कनेक्शन हेतू मीटर भी लगवा लिया गया है।
आपको बता दें कि ग्राम कुसुमकसा में अवैध कब्जे की बाढ़ सी आ गई है। यहां के साप्ताहिक बाजार के दोनों ओर भी अवैध कब्जाधारियों ने अतिक्रमण कर पक्की दुकानें तान रखी है। अवैध कब्जाधारियों पर कुसुमकसा सरपंच सचिव की मेहरबानियों के चलते साप्ताहिक बाजार के अंदर भी नियम विरुद्ध कार्यों के लिए दुकानें खुली हुई है। वन विभाग के नाके पर अतिक्रमण को लेकर बालोद वन मंडलाधिकारी के निर्देश पर क्षेत्र में अवैध रूप से कब्जाधारको के विरुद्ध विभाग ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है जल्द ही कार्यवाही की जाएगी।
वहीं इस संबंध में दल्ली राजहरा वन परिक्षेत्र अधिकारी मूलचंद शर्मा से जानकारी लेने पर उन्होंने कहा कि मैं यहां नया हूं। कुसुमकसा में वन विभाग के नाके पर अवैध कब्जा हुआ है तो वह नियम विरुद्ध है। नियमानुसार कार्यवाही कर अवैध हटाया जाएगा। कुसुमकसा के ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम कुसुमकसा में अवैध कब्जों की बाढ़ सी आ गई है। लेकिन फिर भी राजस्व अमले द्वारा अवैध कब्जाधारियों को मौन स्वीकृति दे रखी है जिसके चलते अवैध कब्जाधारियों के हौंसले बुलंद है। जिसके तहत वे रोड चौड़ीकरण के कारण हटाए गए वन विभाग में नाके को भी बख्श नहीं रहे हैं। बता दें कि वन विभाग के पुराने डिपो पर भी अवैध कब्जाधारियों ने मकान तान रखा है। जिस पर भी वन विभाग चुप्पी साधे बैठा है।
“आपके माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई है कुसुमकसा में वन विभाग के नाके पर किसी ने अवैध कब्जा कर पक्का निर्माण कर दुकान बना लिया है। दल्ली रेंजर को निर्देशित किया जाएगा कि तत्काल अवैध कब्जा हटाया जाए।”
बलभद्र सरोटे
वन मंडलाधिकारी, बालोद