शहर में यातायात व्यवस्था का बुरा हाल, यातायात विभाग और पुलिस गहरी नींद में
फिरोज अहमद खान (पत्रकार)
बालोद/राजहरा। जिले के राजहरा शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात की कोई उम्मीद नहीं नजर आ रहा है। हर दिन लोग जाम की समस्या से जूझ रहे हैं। सड़क पर वाहनों का दबाव हर रोज बढ़ हीं रहा है। इसके कारण सामान्य दिनों में भी घंटों जाम लगने लगा है। इसके अलावा शहर में कच्चे माइंस की 12 चक्का ट्रकों को डीजल भरवाने राजहरा के जानू पेट्रोल पंप में दिनदहाड़े लाइन लगवाई जाती है जिससे कच्चे माइंस से आने वाली गाड़ियों की लंबी कतार लग जाती है। वही एक ओर पेट्रोल पंप के ठीक पहले अंधा मोड होने की वजह से वहां से गुजरने वाले दो पहिया व अन्य छोटे बड़े वाहन चालको का काफी ज्यादा दिक्कत और जान के खतरे का सामना करना पड़ता है। सड़क के एक ओर बारह चक्का ट्रकों की लंबी कतार होने की वजह से राजहरा और आसपास के राहगीरों को भारी तकलीफ एवं परेशानी झेलनी पड़ रही है।
सड़कों के किनारे होने वाली वाहनों की वजह से लोगों को ट्रैफिक जाम की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। लंबे समय से चली आ रही इस समस्या पर जिम्मेदारों द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिसके कारण इन जगहों पर पल-पल में ट्रैफिक जाम होने की स्थिति बनी रहती है। राहगीरों और आसपास के लोगों का कहना है कि ट्रकों में डीजल भरवाने के काम रात के समय किया जाना चाहिए जिससे लोगों को दिक्कत का सामना ना करना पड़े। बता दें कि रात में इस सड़क से आम लोगों की आवाजाही में काफी कमी होती है व ट्रैफिक भी काफी कम होता है।
मुख्य सड़क पर सड़क के दोनों तरफ चार पहिया छोटे-बड़े वाहन खड़े रहे हैं, जिसके कारण सड़क के दोनों तरफ से आने वाले भारी वाहन चालकों को निकलने के लिए जगह नहीं बचती है और इस वजह से यहां की ट्रैफिक व्यवस्था लडख़ड़ा जाती है। इस मामले को लेकर भले ही जिम्मेदार तनिक भी गंभीर नहीं हो, लेकिन इस पूरी खींचतान में आम आदमी परेशान है। आम तौर पर देखने में आता है कि पुराना बाजार से लेकर आशा टॉकीज, गुप्ता चौक, बस स्टैण्ड, चिखलाकसा अटल चौक व अन्य जगहों पर वाहन पार्किंग की व्यवस्था न होने के कारण आए दिन ट्रैफिक जाम होने की स्थिति बन जाती है।
सड़क पर भारी वाहनों की वजह से जाम लगने की कई वजहें हो सकती हैं जिनमें सड़कों पर वाहनों की संख्या बढ़ने से जाम लगता है। सड़कों पर मिश्रित यातायात भी जाम का एक बड़ा कारण है। राजहरा नगर पालिका ने पार्किंग की जगह तो दूर लाइनिंग तक नहीं कराई है। शहर के यातायात को बिगाड़ने में नगर पालिका राजहरा का अहम रोल है। जिससे लोगों को बेहद गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है। अवैध पार्किंग से निबटने के लिए राजहरा नगर पालिका ने भी कोई ठोस उपाय नहीं किए हैं। नगर में किसी भी जगह पर वाहन पार्किंग की जगह नहीं है। साथ ही नगर पालिका द्वारा बाजार में खड़े हो रहे ठेले एवं फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले लोगों के लिए लाइनिंग तक नहीं कराई गई है। जिसके कारण लोगों को हर रोज परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
दूसरी ओर राजहरा में सड़क किनारे बेतरतीब ढंग से वाहनों को खड़ा किया जाना भी जाम की वजह बनता है। यातायात नियमों का पालन बराबर नहीं। भारत में सड़क सुरक्षा के लिए कुछ नियम है। जिले के किसी भी शहर में कही भी जेब्रा क्रॉसिंग की सुविधा नहीं है। राजहरा में किसी भी व्यस्ततम चौराहे पर ट्रैफ़िक लाइट सिग्नल नहीं है। वही शहर के युवा यातायात नियम के तहत कीप लेफ़्ट का पालन नहीं करते। वही चौराहों पर धीमी गति से चलने के बजाय तेज गति से वाहन चलाते है।