पुलिस ने शराब विक्रेता को हिरासत में लेकर छोड़ा, कैसे हुआ ये कारनामा?
फिरोज अहमद खान (पत्रकार)
बालोद। पुलिस उदासीनता के कारण क्षेत्र में शराब की बिक्री जोरों पर चल रही है। जिसकी शिकायत स्थानीय लोगो द्वारा कई बार की गई। बावजूद पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। आपको बता दें कि स्वतंत्रता दिवस के दिन तो शराब की बिक्री सरकारी शराब दुकान से ही नही की जाती है। फिर भी 15 अगस्त को अवैध शराब की खुलेआम बिक्री की जा रही थी। जिसके बाद अवैध शराब विक्रेता को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर राजीनामा के नाम पर छोड़ देना समझ से परे है। गुप्त सूत्रों की माने तो अवैध शराब के मामले में बालोद पुलिस द्वारा ग्राम खपरी से सोनू देवांगन नामक व्यक्ति को गिरफ्तार कर थाने लाया गया था। जिसके पास से करीब 40 पव्वा अवैध शराब की जप्ती भी की गई थी। लेकिन बिना रिपोर्ट दर्ज किए उसे छोड़ दिया गया। वही बालोद पुलिस ने कागजी कोरम पूरा कर उन्हें छोड़ दिया। पुलिस के इस कार्रवाई से सवालिया निशान उठने लगे है।
लोगों का कहना है कि पुलिस के संरक्षण में ही क्षेत्र में अवैध शराब का धंधा फल फूल रहा है। लेकिन अब यहां से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। बता दें कि बालोद में अवैध शराब विक्रेता को हिरासत में लिया और 40 पव्वा शराब भी साथ ले आए। बाद में हिरासत में लिए आरोपी को छोड़ दिया लेकिन शराब अपने पास ही रख लिए। वही सीधी सी बात है कि अवैध शराब के मामले में गिरफ्तारी और 40 पव्वा शराब जप्ती होने के बावजूद पुलिस कैसे किसी को छोड़ सकती है। ये राजीनामा कैसे हो गया ये तो कानून की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। वही इस संबंध में बालोद थाना प्रभारी रविशंकर पांडे का कहना है कि आरक्षक बनवाली साहू की पत्नी की तबियत खराब होने के कारण वह गुंडरदेही गया हुआ था। ऐसा कोई मामला नहीं बना है।
“मैं दोपहर 12 बजे के बाद मैं थाने में नही था। लेकिन ग्राम खपरी के कुछ लोगो ने अवैध शराब के मामले में किसी को पकड़कर थाने लाए थे लेकिन वही गांव वालो ने गरीब व्यक्ति है कहकर राजीनामा करवाकर थाने से वापिस ले गए। आप चाहो तो ग्राम कोटवार से पूछ सकते हो”
बनवाली साहू, (आरक्षक)
पुलिस थाना बालोद