ओडिशा बॉर्डर पर धान माफिया पर तगड़ी चोट: प्रशासन–पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में तमनार पुलिस ने 40 बोरी अवैध धान पकड़ा…

रायगढ़, 28 नवंबर। ओडिशा–छत्तीसगढ़ बॉर्डर से होने वाली अवैध धान तस्करी पर आखिरकार प्रशासन और पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी और एसपी दिव्यांग पटेल के सख्त निर्देशों के बाद लगातार कार्रवाई की जा रही है। सीमा से लगे गांवों में बाकायदा मुनादी कर ग्रामीणों को सतर्क रहने और तस्करी की हर सूचना तुरंत देने की अपील की गई है। संदेश साफ है- धान माफिया अब बच नहीं पाएंगे।
गुप्त तस्करी मार्गों पर JCB चलाकर रास्ते बंद : स्थानीय प्रशासन और तमनार पुलिस की संयुक्त टीम ने बुधवार को उड़ीसा बॉर्डर स्थित हमीरपुर–बिजना क्षेत्र में चार संदिग्ध मार्गों पर JCB से गड्ढे खुदवाकर उन रास्तों को पूरी तरह बंद कर दिया। ये वही मार्ग थे, जिनका उपयोग तस्कर रात के अंधेरे में चोरी-छिपे धान लाने के लिए करते थे। कार्रवाई ने धान माफियाओं में खुली दहशत पैदा कर दी है।
तमनार पुलिस की बड़ी कार्रवाई : 40 बोरी धान सहित पिकअप जब्त : इसी अभियान के दौरान तमनार थाना प्रभारी निरीक्षक कमला पुसाम ठाकुर के नेतृत्व में पुलिस टीम ने धौराभांठा मेन रोड पर कड़ी चेकिंग शुरू की। चेकिंग के दौरान पिकअप CG 13 UF 1071 को रोककर जांच की गई। वाहन में ओडिशा से लाया गया 40 बोरी अवैध धान मिला। तुरंत कार्रवाई करते हुए-
- चालक नवीन सिदार (25), निवासी बिजना
पर धारा 106 BNSS के तहत कार्रवाई कर वाहन और धान जब्त। - वाहन मालिक किरन सिदार (28), निवासी बिजना
के खिलाफ चालक के साथ मिलकर धारा 126 व 135(3) BNSS के तहत अलग से इस्तगासा दर्ज।
पुलिस सूत्रों के अनुसार यह तमनार क्षेत्र में सक्रिय धान तस्करी नेटवर्क की कड़ी कार्रवाई है, और आने वाले दिनों में और भी बड़े खुलासे संभव हैं।
धान माफिया पर प्रशासन का अंतिम संदेश : “रोकेंगे भी, पकड़ेंगे भी” : तमनार पुलिस लगातार बॉर्डर इलाकों में पेट्रोलिंग बढ़ा रही है। रात में नाके, गांवों में सूचनाकार तंत्र और प्रशासन–पुलिस की संयुक्त टीम—यह पूरा सिस्टम अब एक ही लक्ष्य पर केंद्रित है:
ओडिशा से अवैध धान की एक भी बोरी छत्तीसगढ़ में कदम न रख सके।
इस तगड़ी कार्रवाई ने साफ कर दिया है कि इस बार प्रशासन धान तस्करी को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा। अवैध धान माफिया के लिए रास्ते बंद—और जेल के दरवाजे खुल गए हैं।




