300 करोड़ का मुआवजा घोटाला – SDM सस्पेंड, लेकिन क्या होगी कड़ी कार्रवाई?…

छत्तीसगढ़ में 300 करोड़ रुपये के मुआवजा घोटाले ने प्रशासन को हिला कर रख दिया है। इस घोटाले के मुख्य आरोपी, तत्कालीन SDM निर्भय साहू को निलंबित कर दिया गया है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या सिर्फ सस्पेंशन से ही मामला खत्म हो जाएगा, या दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी?

कैसे हुआ करोड़ों का खेल?: रायपुर-विशाखापत्तनम इकोनॉमिक कॉरिडोर के तहत अभनपुर इलाके में जमीन अधिग्रहण के नाम पर सिर्फ 35 करोड़ रुपये का भुगतान होना था, लेकिन SDM और भू-माफियाओं की मिलीभगत से यह रकम 326 करोड़ तक पहुंच गई, जिसमें से 248 करोड़ का फर्जी भुगतान भी कर दिया गया।
क्या SDM अकेले जिम्मेदार? : जांच में सामने आया है कि यह घोटाला एक व्यक्ति की कारस्तानी नहीं, बल्कि इसमें कई अधिकारी और प्रभावशाली लोग शामिल हो सकते हैं। अब तक सिर्फ SDM पर कार्रवाई हुई है, लेकिन उन लोगों पर क्या होगा, जिन्हें करोड़ों रुपये का फायदा पहुंचाया गया?
क्या होनी चाहिए सख्त कार्रवाई? :
- एफआईआर दर्ज हो और CBI या EOW से जांच कराई जाए।
- दोषियों की संपत्ति जब्त कर 248 करोड़ की रिकवरी हो।
- भ्रष्ट अधिकारियों को बर्खास्त कर जेल भेजा जाए।
- इस तरह के अन्य घोटालों की भी उच्च स्तरीय जांच हो।
जनता और मीडिया की ताकत से टूटा घोटालेबाजों का खेल : इस घोटाले को मीडिया ने प्रमुखता से उठाया, जिसके बाद सरकार को कार्रवाई करनी पड़ी। विधानसभा में भी यह मामला गूंजा और विपक्ष ने सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया।
अब निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या सरकार इस मामले में कड़ी कार्रवाई करेगी या निलंबन की आड़ में इसे दबाने की कोशिश होगी? क्या दोषी अधिकारी और भू-माफियाओं पर कानूनी शिकंजा कसेगा, या फिर यह घोटाला भी फाइलों में दफन हो जाएगा?