फिरोज अहमद खान (पत्रकार)
बालोद । पुलिस ने अंधे कत्ल की गुत्थी सुझाई। बता दें कि पुलिस द्वारा लगातार बालोद जिला के अलावा धमतरी, दुर्ग, कांकेर, मानपुर, राजनांदगांव के कई गुम इंसान महिला की जानकारी लेकर बारीकी से की गई तस्दीक। मृतिका के पीएम रिपोर्ट से मिली नसबंदी की जानकारी। पुलिस ने मितानिन, कोटवार की मीटिंग लेकर किया गया महिला की पहचान का प्रयास। मृतिका की पहचान व हत्या के अज्ञात आरोपी की पता साजी हेतु थाना बालोद एवं साइबर सेल से बनाई गई थी विशेष टीम। बालोद पुलिस द्वारा लगातार तीन माह से घटना स्थल के आसपास गांव में किया कैंप तब जाकर मिली एक गुम महिला की सूचना। मृतिका की पहचान के बाद तकनीकी डाटा से मिला आरोपी का सुराग। बालोद जिला पुलिस ने सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगाले।
मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है की दिनांक 13 अप्रैल 2024 को सूचना मिली कि थाना बालोद क्षेत्र के ग्राम अमलीडीह के नहर किनारे एक जली कटी लाश है जिसका सिर ,हाथ पैर एक बोरी में मिला। दूसरे दिन ग्राम अमलीडीह के जंगल में एक बोरी में जली कटी लाश का धड़ मिला, उस लाश का चेहरा जल गया था जिससे उसकी पहचान नहीं हो पा रही थी। थाना बालोद में मर्ग कायम कर विवेचना में लिया गया। मामला हत्या का होने से थाना बालोद में अपराध क्रमांक 223/2024 धारा302,201 भादवी कायम कर विवेचना में लिया गया।
घटना कि सूचना वरिष्ठ अधिकारी पुलिस महानिरीक्षक दुर्ग रेंज रामगोपाल गर्ग को देकर उनके निर्देशन में पुलिस अधीक्षक बालोद एसआर भगत, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक जोशी, एसडीओपी देवांश सिंह राठौर व फारेंसिक टीम के द्वारा घटना स्थल जाकर घटना का बारीकी से निरीक्षण किया गया एवं थाना प्रभारी बालोद, साइबर सेल प्रभारी को अज्ञात महिला के शव की पहचान एवं अज्ञात आरोपी की पतासाजी हेतु एसडीओपी बालोद के नेतृत्व में विशेष टीम बनाकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।
घटना स्थल पर मिली लाश महिला की होने से टीम द्वारा गांव में कैंप कर आसपास एवं सरहदी जिलों दुर्ग, धमतरी, कांकेर, राजनांदगांव, मानपुर मोहला के पुलिस से संपर्क कर वहां के महिला गुम इंसान की जानकारी प्राप्त कर उसे तस्दीक किया गया। पीएम रिपोर्ट में मृतिका का नसबंदी होना पाया गया था जिसके आधार पर गठित टीम द्वारा बालोद जिला के सभी थाना क्षेत्रों में मितानीन के माध्यम व ग्राम कोटवार का मिटिंग लेकर मृतिका के पहचान के लिए प्रयाय किया गया। इसके अलावा बालोद शहर से अमलीडीह की ओर आने जाने वाले रास्तों के सीसीटीवी फुटेज प्राप्त कर उसका भी बारीकी से एनालिसिस किया गया था। वही घटना स्थल का तकनीकी डाटा लेकर उसका एनालिसिस किया गया।
मुखबिर से सूचना मिली की डौण्डीलोहारा थाना क्षेत्र के ग्राम बकलीटोला में एक महिला कई दिनों से लापता है और वह अपने मायके ग्राम बाघमार में भी नही है कि सूचना पर तत्काल थाना बालोद से प्रभारी रवि पांडेय अपनी थाना टीम व साइबर सेल टीम को लेकर थाना डौंडीलोहारा के ग्राम बकलीटोला जाकर लापता महिला के संबध में पता तलाश कर रही थी कि जानकारी मिली कि गांव में स्वरूप धुर्वे की पत्नी गांव में नही है। जिस पर स्वरूप धुर्वे से मिलकर उससे उसकी पत्नी के बारे में पूछने पर बताया कि उसकी पत्नी प्रमिला धुर्वे कुछ दिनो से घर पर नही है, कहां गई है इसकी जानकारी हमारे परिवार में किसी को नही है। वापस आ जायेगी सोच कर हम लोग थाना में रिपोर्ट दर्ज नही कराये थे और उन्होंने बताया कि वह दिनांक 10 अप्रैल 2024 काम करने के लिए केशकाल गया था। उस दिन उसकी पत्नी प्रमिला धुर्वे अपने मायके ग्राम बाघमार में थी। उसके बाद दूसरे दिन से उसका मोबाइल फोन नही लग रहा है और आज तक वह घर नही आई है।
टीम द्वारा बाघमार जाकर गुम महिला की मां से पूछताछ किया गया। गुम महिला के मोबाईल का तकनीकी डाटा हेतु सायबर सेल को लगाया गया। गुम महिला प्रमिला धुर्वे के संबध में उसकी मां बुधनतीन बाई से पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि दो जोड़ी पायल अपने दोनो बेटियों के लिए ली थी जिसका एक जोड़ी मेरे पास है। टीम द्वारा घटना के फोटोग्राफ दिखाने पर बुधनतीन बाई ने नाक की फूली, अंगूठी, पायल और नेलपालिश का पहचान कर अपनी बेटी का होना बताया और घर में रखे नेल पालिस को दिखाते हूए बताई कि प्रमिला एक हाथ में नेलपालिश लगाती थी। बुधनतीन बाई के द्वारा दिखाए गए पायल एवं बताये पहचान का विश्लेषण करने पर मृतिका की पहचान प्रमिला के रूप मे हुई।
मृतिका की पहचान प्रमिला धुर्वे के रूप में होने से मृतिका के कॉल डिटेल के आधार पर लगभग 15 से 20 लोगों से पूछताछ करने पर अततः जानकारी मिली कि मृतिका के घर से जाने का दिनांक 10 अप्रैल 2024 से डारागांव निवासी दीपक साहू के साथ थी। जिसकी सूचना पर दीपक साहू का तकनीकी डाटा व मृतिका का तकनीकी डाटा एंव घटना स्थल से प्राप्त तकनीकी साक्ष्य के आधार पर दीपक साहू से घटना एवं गुम महिला के संबध में बारिकी से पूछताछ करने पर शुरूआत वह पुलिस को गुमराह कर रहा था। लेकिन टीम द्वारा साक्ष्यो के आधार पर बार बार पूछताछ करने पर अपना अपराध करना स्वीकार कर बताया कि मेंरा 05 साल पूर्व मेरी पत्नि से तलाक हो जाने से मै अपने मामा गांव बकलीटोला जाने लगा उस दौरान प्रमिला से पहचान हुई जो प्रेम संबध में बदल गया। और प्रमिला मेरे घर डारागांव आने जाने लगी थी। जो मुझे शादी कर अपने पास रखने दबाव बना रही थी और घटना को अंजाम देने के संबध में बताया।
आरोपी द्वारा दिनांक 10 अप्रेल 2024 प्रमिला धुर्वे को अपने घर ग्राम डारागांव में लाकर संबंध बनाये फिर शाम को उसके घर प्रमिला धुर्वे को छोड़ दिया। वापस आते समय दीपक ने पूनः प्रमिला धुर्वे को अपने घर से बाहर आने बोल कर अंधेरा होने के बाद अपने मोटर सायकल में बैठाकर उसे अपने डारागांव घर पर लाया। रात में दोनो शराब पीकर सोये थें तभी अचानक दीपक की नींद खुली तब उसने सुना कि प्रमिला धुर्वे किसी से मोबाईल में बात कर रही है। तब दीपक ने प्रमिला को इतनी रात को किससे बात कर रही हो कहने पर दोनो के बीच वाद विवाद हुआ। दीपक ने प्रमिला को हाथ घुसे से मारा और हत्या करने की नियत से सिर को पकड़कर चौखट में पटक दिया जिससे प्रमिला बेहोश होकर नीचे गिर गई। जिसे दीपक ने प्रमिला के पहने हुए साड़ी को गले में लपेटकर खिचते हुए घर के पीछे की बाड़ी में ले जाकर रख दिया। पहचान छुपाने की नियत से घर में रखे पेट्रोल को प्रमिला के चेहरे एवं शरीर में डालकर उसे जला दिया। घर में रखे हसिया से उसके सिर, पैर, हाथ को काटकर दो अलग अलग बोरियो में भर कर अपने मोटर सायकल से अमलीडीह तरफ गोंदली नहर के पास अलग अलग 100 मीटर की दूरी में दोनो बोरियों को फेक कर अपने घर आ गया। आरोपी दीपक साहू के कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोटरसायकल, रस्सी, बोरी एवं हसिया को गवाहो के समक्ष जप्त कर आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
उक्त अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में एसडीओपी बालोद देवांश सिंह राठौर, थाना प्रभारी बालोद रविशंकर पाण्डेय, उप निरीक्षक कमला यादव, सहायक उप निरीक्षक धरम भूआर्य, प्रधान आरक्षक हरिशचंद सिन्हा, आरक्षक भेाप सिंह साहू, आरक्षक बनवाली साहू, आरक्षक मोहन कोकिला, आरक्षक अविनाश सिंह, आरक्षक नागेश साहू, आरक्षक लोकेश ठाकुर, महिला आरक्षक लता सोनवानी, सायबर सेल टीम प्रभारी उप निरीक्षक जोगेन्द्र साहू, प्रधान आरक्षक रूमलाल चुरेन्द्र, भुनेश्वर मरकाम, विवेक शाही, आरक्षक पूरन देवांगन, आरक्षक विपिन गुप्ता, आरक्षक राहुल मनहरे, आरक्षक आकाश दुबे, आरक्षक आकाश सोनी, आरक्षक संदीप यादव, आरक्षक मिथलेश यादव, आरक्षक योगेश पटेल, आरक्षक योगेश गेडाम, आरक्षक गुलझारी साहू, आरक्षक रवि गंधर्व, आरक्षक मनीष ठाकुर की विशेष भूमिका रही।