
फिरोज अहमद खान (पत्रकार)
बालोद। बालोद जिले में नागरिकों को शुद्ध व पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराने के लिए जल आवर्धन योजना के तहत ऐतिहासिक पहल की गई है। जिले की सभी नगर पालिका एवं नगर पंचायतों में यह महत्वाकांक्षी योजना लागू की जा चुकी है, जिससे लाखों लोगों को प्रतिदिन सहज रूप से पानी मिलने लगा है। हालांकि, जिले की चिखलाकसा नगर पंचायत अभी भी इस योजना के दायरे से बाहर है, जिससे वहां के नागरिकों के बीच जल संकट बरकरार है। जिला प्रशासन द्वारा अन्य नगर इकाइयों में जल व्यवस्थापन के क्षेत्र में की गई कोशिशें सराहनीय रही हैं, वहीं चिखलाकसा की उपेक्षा पर सवाल भी उठ रहे हैं।
जल आवर्धन योजना की प्रमुख उपलब्धियां
बालोद जिले में शासन की ओर से जल आवर्धन योजना के तहत शहरी इलाकों में मजबूत जल आपूर्ति ढांचा तैयार किया गया है। इस योजना के अंतर्गत जल स्रोतों का संरक्षण, आधुनिक टैंक निर्माण, पाइपलाइन बिछाने, फिल्टर प्लांट लगवाने और घर-घर जल पहुँचाने जैसी अनेक व्यवस्थाएं की गईं। इससे जिले के अधिकांश शहरों और कस्बों में जल संकट की समस्या लगभग समाप्त हो गई और नागरिकों को साफ-सुथरा पानी आसानी से मिलने लगा। विशेषकर, गर्मी के मौसम में जब जल स्तर गिर जाता है, तब भी जल आवर्धन योजना निवासियों के लिए जीवनदायिनी बन गई है।
चिखलाकसा नगर पंचायत की स्थिति
जिले की सभी नगरपालिकाओं और नगर पंचायतों में जल आवर्धन योजना का लाभ पहुँच चुका है, लेकिन चिखलाकसा नगर पंचायत अब तक इस योजनागत सुविधा से वंचित है। यहां लंबे समय से नागरिकों को नियमित, स्वच्छ व सुरक्षित जल आपूर्ति नहीं हो पा रही है, जिससे आमजन बेहद परेशान हैं। ग्रामीणों ने कई बार जिला प्रशासन और संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर समस्या के शीघ्र निदान की मांग की है, लेकिन अब तक ठोस पहल नहीं हो पाई है। जल समस्या के चलते वहां के बच्चों, बुजुर्गों व महिलाओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रशासन की भूमिका और मांगें
जिला प्रशासन ने बाकी क्षेत्रों में जल आवर्धन योजना की सफल क्रियान्वयन के लिए पुख्ता रणनीतियां बनायी, जिससे अधिकांश नगरों में जल व्यवस्था बहाल हो चुकी है। अब आवश्यकता इस बात की है कि चिखलाकसा नगर पंचायत की भी जल जरूरतों को प्राथमिकता में रखा जाए। नागरिकों व सामाजिक संगठनों की मांग है कि यहां भी शीघ्र ही जल आवर्धन योजना के तहत जल आपूर्तिकृत संरचनाएं बनवाई जाएं, जिससे सालों से चली आ रही पेयजल समस्या का स्थायी समाधान निकल सके। चिखलकसा के रहवासियों ने प्रशासन से इस संबंध में कई बार आवेदन किए लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक पहल हुई ही नहीं है।
कुल मिलाकर, बालोद जिला जल आवर्धन योजना के क्रियान्वयन में छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों के लिए मिसाल बन चुका है। जिले के सभी नगर पालिका और नगर पंचायतों में जल समस्या का समाधान हो चुका है, केवल चिखलाकसा नगर पंचायत ही इस सेवा से वंचित है। प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को चाहिए कि चिखलाकसा की भी शीघ्र सुध लेते हुए वहां के निवासियों को शुद्ध जल उपलब्ध कराएं, ताकि बालोद जिले में जल संकट की गूंज कहीं भी न सुनाई दे।