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आईपीएल सट्टेबाजी का हंगामा : करोड़ों का खेल, प्रशासन की चुप्पी पर सवाल

फिरोज अहमद खान (पत्रकार)
बालोद। बालोद और दल्ली राजहरा शहर में आईपीएल क्रिकेट मैचों पर चल रहे अवैध सट्टे का कारोबार अब किसी से छिपा नहीं रहा। गुप्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, यह ऑनलाइन सट्टा खेल खुलेआम चल रहा है और इसे संचालित करने वाले गिरोह ने स्थानीय प्रशासन की नाक के नीचे अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। आईपीएल सट्टा, शहर में चल रहा करोड़ों का दांव। दल्ली राजहरा शहर में जोर शोर से चल रहा आईपीएल सट्टे का खेल। गुप्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यह ऑनलाइन खेल खुलेआम चल रहा है वही इस अवैध कारोबार को बिना किसी रुकावट चलाने के लिए ऊपरी पहुंच और जुगाड़ लगाकर शहर के काली टोपी वाले के लिए खाकी टोपी वालों के तबादले करवाए गए थे। जिसके बाद बड़ी ही आसानी और सहूलियत से जोर शोर से चल रहा है ये अवैध ऑनलाइन सट्टा कारोबार।

आपको बता दे कि हमारे प्रतिष्ठित न्यूज पोर्टल आरएम 24 पर पहले ही इसका खुलासा कर दिया गया था। बावजूद इसके इससे जुड़े लोगों के माथे पर कोई शिकन नहीं आई। वहीं ये बेखौफ खुलेआम कथित काले पीले पट्टे वाले पहरेदार की मौजूदगी में चला रहा है आईपीएल सट्टे का खेल। बादशाह, वजीर और पिद्दीयों की पूरी बिसात बिछ गई है। लेकिन मजाल है कि कानून के लंबे हाथ इनके गिरेबान तो क्या इनकी जूतियों में तक खरोच नहीं लगा पा रहे है।

सूत्रों के मुताबिक, इस अवैध कारोबार को बिना किसी रुकावट के चलाने के लिए ऊपरी पहुंच और प्रभाव का इस्तेमाल किया जा रहा है। कहा जा रहा है कि शहर के कुछ प्रभावशाली लोगों ने अपने “जुगाड़” से स्थानीय पुलिस अधिकारियों के तबादले करवाए, ताकि सट्टे का यह कारोबार निर्बाध रूप से चलता रहे।

यह सट्टा कारोबार अब “बादशाह”, “वजीर” और “पिद्दीयों” की बिसात पर खेला जा रहा है, जहां लाखों रुपये के दांव लगाए जा रहे हैं। गौरतलब है कि इस अवैध गतिविधि के बारे में पहले ही RM 24 जैसे प्रतिष्ठित न्यूज पोर्टल्स ने खुलासा किया था, लेकिन इसके बावजूद इस पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई। आपको बता दें कि पुलिस विभाग के पास ऐसे काले खेल से निपटने के सारे जुगाड़ मौजूद है जैसे स्थानीय पुलिसिया गुप्तचर (एलआईबी), सटोरियों के उपकरणों जैसे मोबाईल और लैपटॉप पर साइबर सेल की घातक पहुंच तथा आसपास के बैंकों में फर्जी म्यूल बैंक खाते जिससे ये करोड़ों की धनराशि का आवागमन करते है।

स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों में इस सट्टे के कारोबार को लेकर गहरी चिंता है। उनका कहना है कि यह न केवल शहर की छवि को धूमिल कर रहा है, बल्कि युवाओं को भी गलत दिशा में प्रेरित कर रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। साथ ही, स्थानीय नागरिकों को भी इस मुद्दे पर जागरूक किया जाना चाहिए, ताकि वे इस प्रकार की गतिविधियों के खिलाफ आवाज उठा सकें।

दल्ली राजहरा के नागरिकों की यह मांग है कि प्रशासन इस अवैध सट्टे के कारोबार पर कड़ी कार्यवाही करे और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाए, ताकि शहर की छवि को बचाया जा सके और युवाओं को इस प्रकार की गतिविधियों से दूर रखा जा सके। यह मामला न केवल स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि यदि प्रभावशाली लोग अपनी पहुंच का गलत इस्तेमाल करें, तो कानून और व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।

पूर्व में प्रकाशित समाचार।

https://rm24.in/11557-2

Feroz Ahmed Khan

संभाग प्रभारी : दुर्ग
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