सनसनीखेज खुलासा : 84 लाख के ‘लेट्स ट्रेवल्स फ्री’ धोखाधड़ी में राजहरा पुलिस ने पकड़े फरार आरोपी!
थाना प्रभारी सुनील तिर्की की टीम ने की दमदार कार्यवाही, बालाघाट में धर - दबोचे गए धोखेबाज!

फिरोज अहमद खान (पत्रकार)
बालोद। दिसंबर 2022 से फरार चल रहे 84.30 लाख रुपये के विशिष्ट ठगी मामले में राजहरा पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी नागेश कुमार धारा पिता स्व. जनार्दन के उम्र 52 वर्ष साकिन कुडलू रामदास नगर कासरगोड़ थाना कासरगोड जिला कासरगोड केरल एवं आरती पिता सीताराम वाई उम्र 52 साकिन कुडलू रामदास नगर कासरगोड़ थाना कासरगोड जिला कासरगोड केरल निवासी हैं, ने “लेट्स ट्रेवल्स फ्री एजेंसी” के नाम पर वार्ड 09 के रंजीत सिंह पन्नू को ठगी का शिकार बनाया था।
ऐसे हुई थी लाखों की लूट :
आरोपियों ने राजहरा निवासी रंजीत सिंह पन्नू पिता गुरूदयाल सिंह, वार्ड क्रमांक 09, दल्ली राजहरा को एजेंसी दिलाने के बहाने नवंबर – दिसंबर 2022 के बीच फोनपे, आरटीजीएस और चेक से 84.30 लाख रुपये की लूट की। पैसा ट्रांसफर कराने के बाद दोनों फरार हो गए। पीड़ित की शिकायत पर राजहरा थाना में धारा 420, 34 भारतीय दंड संहिता के तहत केस दर्ज किया गया।
टेक्नोलॉजी और जुगाड़ से पकड़े गए आरोपी :
बालोद पुलिस अधीक्षक सुरजन भगत के निर्देश पर साइबर सेल और राजहरा पुलिस की संयुक्त टीम ने आरोपियों के डिजिटल फुटप्रिंट्स ट्रैक किए। शुरुआत में बैंगलोर और केरल में छापेमारी हुई, लेकिन आरोपी हाथ नहीं आए। तकनीकी साक्ष्यों से पता चला कि वे मध्यप्रदेश के बैहर-बालाघाट में छिपे थे। टीम ने वहां छापा मारकर दोनों को धर दबोचा। उनके कब्जे से डेल लैपटॉप, 2 मोबाइल जब्त किए गए और नागेश के खाते में 1 लाख रुपये फ्रीज कराए गए।
थाना प्रभारी सुनील तिर्की ने कहा :
“यह केस चुनौतीपूर्ण था, लेकिन हमारी टीम ने रात-दिन मेहनत कर आरोपियों को कोर्ट तक पहुंचाया। साइबर एक्सपर्ट्स और स्थानीय जानकारी ने गेमचेंजर की भूमिका निभाई।”
इस सफलता में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार जोशी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मोनिका ठाकुर, नगर पुलिस अधीक्षक राजहरा डॉ. चित्रा वर्मा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी दल्ली राजहरा निरीक्षक सुनील तिर्की के नेतृत्व में सहायक उप निरीक्षक कांताराम घिलेंद्र, आरक्षक असफाक शेख, सुरेंद्र देशमुख, महिला आरक्षक दानेश्वरी भुआर्य और साइबर प्रभारी जोगेंद्र साहू, आरक्षक पूरन देवांगन, भोप सिंह साहू, मिथलेश यादव का योगदान उल्लेखनीय रहा।
आपको बता दें कि आरोपियों को 10 मार्च 2025 को जिला जेल बालोद भेज दिया गया है। पुलिस धन की वसूली और अन्य शिकायतों की जांच में जुटी है। यह मामला ऑनलाइन ठगी के साथ-साथ साइबर पुलिस की क्षमता को रेखांकित करता है। थाना प्रभारी तिर्की की इस सफलता ने नागरिकों में पुलिस पर भरोसा बढ़ाया है। 84 लाख के घोटाले में तकनीकी जांच ने फंसाए आरोपी। राजहरा पुलिस की टीम ने दिखाई मिसाली टीमवर्क।
“जुर्म चाहे जितना चालाक हो, कानून का नेटवर्क उससे भी बड़ा होता है!” – डॉ. चित्रा वर्मा, नगर पुलिस अधीक्षक, राजहरा