छत्तीसगढ़दुर्ग संभागबालोद

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर जिला न्यायालय बालोद में महिला न्यायाधीशों, अधिवक्ताओं और कर्मचारियों का सम्मान

फिरोज अहमद खान (पत्रकार)
बालोद। जिला न्यायालय बालोद में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर एक विशेष सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें न्यायाधीशों द्वारा जिला न्यायालय में पदस्थ महिला न्यायाधीशों, अधिवक्ताओं और कर्मचारियों का सम्मान किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश तथा अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बालोद श्यामलाल नवरत्न ने की और उनके मार्गदर्शन में कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न किया गया।

यह आयोजन राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली के दिशा-निर्देशों और छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, बिलासपुर के स्टेट प्लान ऑफ एक्शन के तहत हुआ। कार्यक्रम में विभिन्न महिला न्यायाधीशों, अधिवक्ताओं और न्यायालयीन कर्मचारियों के योगदान को सराहा गया, जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से न्यायिक व्यवस्था में अपना महत्वपूर्ण स्थान बनाया है।

इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से परिवार न्यायालय बालोद के न्यायाधीश योगेश पारीक, किरण कुमार जांगड़े, प्रथम जिला न्यायाधीश कृष्ण कुमार सूर्यवंशी, अतिरिक्त जिला न्यायाधीश (विशेष न्यायाधीश) पॉक्सो कोर्ट बालोद श्रीमती श्वेता उपाध्याय गौर, द्वितीय जिला न्यायाधीश संजय कुमार सोनी, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बालोद श्रीमती कु. माधुरी मरकाम, और जिला अधिवक्ता संघ बालोद के अध्यक्ष अजय साहू एवं अन्य सदस्यगण उपस्थित रहे। साथ ही समस्त न्यायालयीन कर्मचारीगण, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बालोद के कर्मचारीगण और पैरालिगल वालिटियर्स भी इस महत्वपूर्ण अवसर पर उपस्थित थे।

इस कार्यक्रम के दौरान उपस्थित न्यायाधीशो ने महिलाओं के योगदान की सराहना की और यह कहा कि महिलाओं का समाज में और न्यायिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान है। उन्होंने महिला अधिकारों के लिए किए गए कार्यों को सम्मानित करते हुए यह बताया कि महिलाओं की भूमिका अब सिर्फ परिवार या समाज तक ही सीमित नहीं रही है, बल्कि वे समाज के हर क्षेत्र में अपना योगदान दे रही हैं।

जिला न्यायालय द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम ने महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया और समाज में महिलाओं के अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने का काम किया। यह कार्यक्रम न केवल महिलाओं की भूमिका को प्रोत्साहित करने के लिए था, बल्कि उनके कार्यों की भी सराहना करने का एक तरीका था।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का उद्देश्य न केवल महिलाओं के प्रति सम्मान और उनके अधिकारों की सुरक्षा के लिए जागरूकता फैलाना है, बल्कि उनके संघर्ष और उपलब्धियों को पहचानना भी है। बालोद जिले में इस अवसर पर आयोजित यह कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और यह संदेश देता है कि हम सभी को मिलकर महिलाओं के अधिकारों और उनके योगदान का सम्मान करना चाहिए।

इस कार्यक्रम ने यह सिद्ध कर दिया कि जब महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होती हैं और उनके लिए आवाज उठाई जाती है, तो समाज में एक सकारात्मक बदलाव आ सकता है। इस कार्यक्रम के माध्यम से यह भी प्रदर्शित किया गया कि महिलाएं न केवल परिवार की धुरी होती हैं, बल्कि न्यायिक क्षेत्र में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है।

समारोह में उपस्थित सभी ने इस संकल्प को दोहराया कि वे महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए अपनी पूरी कोशिश करेंगे, ताकि भविष्य में हर महिला को समान अवसर और सम्मान मिल सके। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित इस समारोह ने यह प्रमाणित किया कि जब हम महिलाएं के अधिकारों को मान्यता देते हैं और उनके योगदान को सम्मानित करते हैं, तो हम समाज को एक कदम और बेहतर बना सकते हैं।

Feroz Ahmed Khan

संभाग प्रभारी : दुर्ग
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