छत्तीसगढ़दुर्ग संभागबालोद

नया कॉल मर्ज साइबर स्कैम क्या है? “OTP BY CAll” कॉल से OTP जनरेट कर की जा रही ठगी

फिरोज अहमद खान (पत्रकार)
रायपुर/बालोद। आजकल साइबर अपराधी नए-नए तरीके अपना रहे हैं ताकि वे लोगों को धोखा देकर उनके व्यक्तिगत जानकारी और पैसे चुराए। एक नया धोखाधड़ी तरीका सामने आया है, जिसे “कॉल मर्ज स्कैम” कहा जाता है। इसमें धोखेबाज कॉल मर्जिंग तकनीक का इस्तेमाल करते हैं, जिससे वे बिना आपकी जानकारी के आपका एक ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) चुराकर आपके पैसे उड़ा लेते हैं। दोस्तो साइबर ठगी का एक नया तरीका है। यूपीआई ने इस घोटाले का शिकार होने से बचने के लिए सुरक्षा सुझाव जारी किए है, इसमें ठग आम जन को कॉल मर्ज करने के लिए कहते है और अनजाने में उनके वन-टाइम पासवर्ड (ओटीपी) साझा करने के लिए दुष्प्रेरित करते है, इससे ठग ट्रांजेक्शन को पूरा करके पैसे चुरा लेते है।

आइए जानते हैं इस स्कैम के बारे में अधिक :

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) द्वारा विकसित यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) ने अपने एक्स अकाउंट पर उपयोगकर्ताओं को चेतावनी देते हुए कहा, “साइबर ठग आपको ओटीपी बताने के लिए कॉल मर्जिंग का उपयोग कर रहे हैं। इसके झांसे में न आएं! सतर्क रहें और अपने पैसे की सुरक्षा करें।”

कैसे करते है ठगी?
ओटीपी आपके पास दो तरीके से आ सकता है एक एसएमएस के द्वारा दूसरा कॉल के माध्यम से जिसे ओटीपी बाय काल कहते है ,ऐसे काल को यदि आप रिसीव करते हो तो ओटीपी शेयर करते हो! एक अनजान व्यक्ति के कॉल से घटना की शुरुआत होती है जो कहता है कि उसे आपके दोस्त से आपका फ़ोन नंबर मिला है। फिर ठग बताता है कि “दोस्त” किसी दूसरे नंबर से कॉल कर रहा है और आपसे कॉल को मर्ज करने के लिए कहता है। जो को ओटीपी काल होता है ,एक बार कॉल मर्ज हो जाने के बाद, उपयोगकर्ता अनजाने में ओटीपी बता देता है। जैसे ही ओटीपी दिया जाता है, धोखेबाज़ लेन-देन पूरा कर लेते हैं और पीड़ित के खाते से का पैसा गायब हो जाता है।

क्या करे/क्या नही करें?
कभी भी अज्ञात नंबरों के साथ कॉल मर्ज न करें , कॉल मर्ज करने के लिए कहे जाने पर हमेशा सतर्क रहें, विशेष रूप से अपरिचित स्रोतों से कॉल करने वाले की की पहचान कर लेवें, यदि कोई व्यक्ति आपके बैंक या किसी पहचान के व्यक्ति से जुड़े होने की बात कहता है, तो कोई भी कार्यवाही करने से पहले उसकी पहचान सत्यापित कर लेवें, यदि आपको काल के माध्यम से किसी ऐसे लेनदेन के लिए ओटीपी प्राप्त होता है, जिसे आपने शुरू नहीं किया है, तो तुरंत 1930 पर इसकी सूचना दें, www. cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें। सावधान रहें, सुरक्षित रहें।

कॉल मर्ज स्कैम कैसे काम करता है?

1. कॉल की शुरुआत : सबसे पहले, आपको एक कॉल आती है। यह कॉल किसी आपके जानने वाले (दोस्त या रिश्तेदार) से हो सकती है, जो आपको फोन करता है। वह व्यक्ति कहता है कि उसने आपका नंबर एक आम दोस्त से लिया है और आपसे बात करना चाहता है।

2. कॉल मर्ज का अनुरोध : फिर वह व्यक्ति आपसे कहता है कि वह किसी और से बात कर रहा है और उस कॉल को मर्ज (जोड़ने) करने के लिए कहता है। आपको लगता है कि यह एक सामान्य बातचीत है, तो आप बिना सोचे-समझे कॉल को मर्ज कर देते हैं।

3. ओटीपी का जाल : जब आप कॉल मर्ज करते हैं, तो यह मर्जी से एक ओटीपी कॉल (जो आपके बैंक या किसी अन्य सर्विस से आ सकता है) आपके फोन पर आता है। चूंकि आप मर्ज कर चुके होते हैं, तो आपको यह ओटीपी उसी कॉल के हिस्से के रूप में आता है और आपको लगता है कि यह उस बातचीत का हिस्सा है।

4. ओटीपी का उपयोग : साइबर अपराधी जो कि कॉल में शामिल होते हैं, वे आपको विश्वास में ले लेते हैं कि यह एक सामान्य प्रक्रिया है, और आप बिना किसी संकोच के ओटीपी साझा कर देते हैं। अब, वे उस ओटीपी का उपयोग करके आपके बैंक खाते से पैसे ट्रांसफर कर लेते हैं।

कॉल मर्ज स्कैम से बचने के उपाय

1. कोई भी अजनबी कॉल मर्ज न करें : यदि किसी अजनबी या अनजान नंबर से कॉल आए और वह आपसे कॉल मर्ज करने के लिए कहे, तो उसे नजरअंदाज करें। हमेशा सोच-समझकर कार्रवाई करें।

2. ओटीपी कभी न बताएं : बैंक या अन्य सेवाएं कभी भी फोन पर ओटीपी नहीं मांगतीं। यदि आपको ओटीपी प्राप्त होता है और आपने कोई लेन-देन नहीं किया है, तो उसे किसी के साथ साझा न करें।

3. अनजान कॉल्स से सावधान रहें : अगर आपको कोई कॉल आती है और वह अजनबी लगता है, तो उस पर ध्यान न दें। विशेषकर, यदि वह आपको व्यक्तिगत जानकारी जैसे कि ओटीपी या बैंक की जानकारी मांगता हो।

4. संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट करें : यदि आपको लगता है कि आपने किसी धोखाधड़ी कॉल का शिकार हो गए हैं, तो तुरंत अपने बैंक को सूचित करें और अपनी बैंकिंग गतिविधियों की निगरानी रखें। इसके अलावा, राष्ट्रीय साइबर अपराध हेल्प लाइन नंबर 1930 पर भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।

5. ऑफिशियल चैनल्स से संपर्क करें : अगर आपको किसी बैंक या अन्य सर्विस से कॉल आती है, तो उनकी आधिकारिक हेल्पलाइन नंबर से संपर्क करके सत्यापन करें।

कॉल मर्ज साइबर स्कैम एक नया तरीका है, जिससे धोखेबाज आपके साथ खेल खेलते हैं और बिना आपके ज्ञान के आपके पैसे चुराते हैं। इस खतरे से बचने के लिए, आपको सतर्क रहना होगा और हमेशा अपनी व्यक्तिगत जानकारी सुरक्षित रखनी होगी। याद रखें, कभी भी अपने ओटीपी को किसी के साथ साझा न करें और किसी अनजान नंबर से आने वाली कॉल्स पर ध्यान न दें।

Feroz Ahmed Khan

संभाग प्रभारी : दुर्ग
Back to top button
error: Content is protected !!