महाकुंभ पर्व के अवसर पर जिला जेल बालोद में बंदियों ने किया महाकुंभ स्नान – आध्यात्मिक जागरूकता का दिया संदेश
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फिरोज अहमद खान (पत्रकार)
बालोद। छत्तीसगढ़ सरकार की अनूठी पहल के तहत, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के मार्गदर्शन में प्रदेश की विभिन्न जेलों में महाकुंभ पर्व के अवसर पर बंदियों को आध्यात्मिक लाभ पहुंचाने के लिए गंगा स्नान की व्यवस्था की गई है। इस विशेष पहल के अंतर्गत, प्रयागराज महाकुंभ से लाए गए पवित्र गंगाजल से बंदियों को स्नान कराया गया, ताकि उन्हें आध्यात्मिक ऊर्जा और शुद्धि मिल सके।
बालोद जिले में महाशिवरात्रि से एक दिन पहले, जिला जेल बालोद में भी इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बालोद कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल के निर्देशानुसार, आज प्रातः 08 बजे जेल में बने स्नानागार में गंगाजल से महाकुंभ स्नान कराया गया। इस अवसर पर, जेल अधीक्षक आरके श्रीमाली और जेलर शत्रुघन कुर्रे की उपस्थिति में बंदियों ने पूरे श्रद्धा और उत्साह के साथ गंगाजल से स्नान किया।
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य जेल में बंद कैदियों को आध्यात्मिक शुद्धि और आत्मिक सुकून प्रदान करना था। इस पहल ने कैदियों को न केवल आध्यात्मिक जागरूकता का संदेश दिया, बल्कि उन्हें सकारात्मकता और नैतिक परिवर्तन की दिशा में प्रेरित किया।
महाकुंभ पर्व का आयोजन भारत में हर 12 वर्ष में चार प्रमुख स्थानों—प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में होता है। इन चार स्थानों में प्रयागराज महाकुंभ को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि यह गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम पर स्थित है। इस बार प्रयागराज में महाकुंभ का 12वां चक्र पूरा हुआ है, जो 144 वर्षों में एक बार आता है, जिससे इसकी आध्यात्मिक महत्ता और भी बढ़ गई है।
इस पहल से यह संदेश दिया जा रहा है कि जेल में बंद व्यक्ति को भी आत्मिक शांति, नैतिक जागरूकता और आध्यात्मिक शुद्धि की आवश्यकता है। छत्तीसगढ़ सरकार की इस पहल से यह साबित होता है कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं, और यह कदम उन कैदियों के लिए एक नया अवसर और दिशा है, जो भविष्य में समाज के साथ मिलकर अपना जीवन सुधारने की कोशिश कर सकते हैं।
इस आयोजन को लेकर समाज में सकारात्मक प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं और यह कदम एक प्रेरणादायक उदाहरण है कि कैसे आध्यात्मिक जागरूकता और सकारात्मकता की ओर मार्गदर्शन किया जा सकता है।