सारंगढ़ : “₹100 की पानी-कोल्ड्रिंक के साथ ₹500 की बेइज्जती – जायका होटल का ऑफर जारी है!”…

सारंगढ़ : अगर आप सोचते हैं कि होटल में जाकर कुछ खाओगे, बिल दोगे और चैन से घर लौट आओगे तो जनाब, आप अब भी 90 के दशक में जी रहे हैं! घटना की ताज़ा कड़ाही से निकली रिपोर्ट यह कहती है कि आज दोपहर अजय साहू नामक साहसी ग्राहक अपने मित्र संग इस होटल में केवल एक पानी की बोतल और दो मसाला कोल्ड्रिंक पीने की भूल कर बैठे। हाँ, आप इसे भूल ही मानिए क्योंकि इसका फल उन्हें 600 रुपये का झटका बिल बनकर मिला।
अब सवाल उठता है – 100 रुपये की वस्तु पर 600 रुपये का बिल कैसे? : तो लीजिए, होटल प्रबंधन ने जवाब दिया – “भाईसाब, ₹500 का वेटिंग चार्ज है!” जैसे ग्राहक कोई हॉस्पिटल में ऑपरेशन के लिए वेटिंग में बैठा हो, या मानो कुंभ के मेले में बाबा के दर्शन के लिए लाइन में लगा हो!
विरोध करने की कोशिश की तो? : अंदर से ताले जड़ दिए गए “बिल भरो या फंसे रहो!” मतलब अब होटल नहीं, हाउस अरेस्ट सेंटर बन चुका है। इससे तंग आकर अजय साहू ने 112 पर कॉल कर डाला और पुलिस बुलाकर खुद को होटल-बंधन से मुक्त करवाया।
अब सवाल ये नहीं कि होटल ने क्या किया, सवाल ये है कि…
- क्या कोई होटल ग्राहक को बंधक बना सकता है?
- क्या जायका होटल को लूट की सरकारी मान्यता मिल चुकी है?
- और क्या अगली बार ग्राहक अपनी थाली के साथ वकील भी साथ लाएगा?
स्थानीय नागरिकों ने कहा – “अब तो डर लगता है रेस्टोरेंट में मेन्यू देखने से भी साब, कहीं आंखों का इस्तेमाल टैक्सेबल न हो जाए!”
हमारा सुझाव : अगर आप जायका होटल में जाना चाहते हैं, तो अपने साथ ये चीज़ें जरूर ले जाएं:
- बैंक लोन की स्वीकृति।
- वकील का नंबर।
- पुलिस की स्पीड डायल सेटिंग।
- और सबसे जरूरी – अपनी आत्मा का बीमा।
अंत में बस इतना कहेंगे – “जायका होटल में जायका तो मिलेगा नहीं, लेकिन लूट, अपमान और बेइज्ज़ती का स्वाद जरूर चखने को मिलेगा!” तो अगली बार भूख लगे, तो होटल के बजाय अपने घर की रोटी से प्रेम कीजिए—कम से कम कोई बंधक नहीं बनाएगा!