अम्बिकापुर

सरगुजा : मुर्गे को जिंदा निगलने की कोशिश में गई जान, संतान सुख पाने युवक फंसा अंधविश्वास के जाल में…

सरगुजा। सरगुजा जिले के दरिमा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम छिंदकालो गांव का है। जहां एक युवक ने जिंदा मुर्गा निगल लिया, जिससे उसकी मौत हो गई।इधर युवक के परिजन उसे तत्काल अंबिकापुर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां परिजनों ने बताया कि युवक की गिरने से मौत हो गई है। हालांकि, डॉक्टर ने बताया कि युवक के गले में मुर्गा फंसे होने की वजह से मौत हुई है। यह घटना इलाके में चर्चा का विषय बन गई है।

मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में यह साफ हुआ है कि घटना से पहले युवक ने किसी व्यक्ति से मुर्गा लिया था। युवक बाप बनने के चक्कर में जिंदा मुर्गी का चूजा निगल गया। मुर्गी का चूजा युवक के गले में फंस गया, व युवक की दम धुटने से मौत हो गयी।बताया जा रहा है कि युवक ने जादू-टोना के चक्कर में ऐसा किया।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट से दंग हुए डॉक्टर : परिजनों ने युवक को अस्पताल पहुंचाते समय दावा किया था कि उसकी मौत गिरने से हुई है। लेकिन जब डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम किया, तो वे भी दंग रह गए। पोस्टमार्टम के दौरान युवक के गले में जिंदा मुर्गा फंसा हुआ मिला। मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर के डॉ. संतो बाग ने बताया कि उनकी 15 हजार से अधिक पोस्टमार्टम की सेवाओं में यह सबसे विचित्र मामला है।

पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते थे परिजन : बता दें कि मृतक युवक के परिजन पोस्टमार्ट नहीं करनाया चाहते थे। लेकिन अंबिकापुर जिला अस्‍पताल में मौत होने के बाद कारण जानने के लिए इसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस की समझाइश के बाद परिजन मानें और युवक का पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम में पाया गया कि युवक की मौत गले में मुर्गे का चूजा फंसने के कारण हुआ है। डॉक्‍टर्स ने जब जांच में देखा कि युवक के गले में यू सेफ में मुर्गी का बच्‍चा जिंदा फंसा हुआ है, इसे देखकर  डॉक्‍टर्स भी हैरान हैं।

घटना के बाद से गांव में अफवाहों का बाजार गर्म है। कुछ लोग इसे तांत्रिक अनुष्ठान का हिस्सा मान रहे हैं, जबकि कुछ इसे अंधविश्वास का परिणाम कह रहे हैं। पुलिस फिलहाल हर पहलू से मामले की जांच कर रही है। इस विचित्र घटना ने एक बार फिर समाज में मौजूद अंधविश्वास और जादू-टोना जैसी प्रथाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रकार की घटनाएं जागरूकता की कमी और अंधविश्वास के चलते होती हैं। पुलिस और प्रशासन से मांग की जा रही है कि इस मामले की गहन जांच कर सच्चाई सामने लाई जाए।

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