“शादी का झांसा, गर्भवती युवती से दुष्कर्म – जशपुर में दो दरिंदे गिरफ्तार, जेल भेजे गए”…

जशपुर। ज़िले से इंसानियत को शर्मसार करने वाली एक सनसनीखेज घटना सामने आई है। दो युवकों ने एक युवती को प्रेम और विवाह का झूठा झांसा देकर महीनों तक शारीरिक शोषण किया। पीड़िता के गर्भवती होने के बाद दोनों ने उससे विवाह करने से इनकार कर दिया।
थाना सन्ना पुलिस ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए चंद घंटों में ही दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।
🔴 पहला आरोपी: प्रेम का नाटक, जंगल में पहला दुष्कर्म : पीड़िता ने थाने में दर्ज रिपोर्ट में बताया कि आरोपी अभिषेक यादव (22 वर्ष), जो उसका परिचित था, 31 अक्टूबर 2024 को उसके घर आया और प्रेम एवं विवाह का प्रस्ताव रखकर उसे जंगल की एक सुनसान जगह ले गया।
वहां उसने जबरन दुष्कर्म किया और फिर लगातार 30 जून 2025 तक हर आठ-दस दिन के अंतराल में विवाह का झांसा देकर उसके साथ बलात्कार करता रहा।
जब युवती गर्भवती हो गई (लगभग 6 से 7 माह), तो अभिषेक ने उससे शादी करने से साफ इनकार कर दिया।
🔴दूसरा आरोपी : शादीशुदा होते हुए भी झांसा, गर्भवती युवती को बनाया शिकार – इसी बीच, गांव का ही दूसरा युवक कपिलदेव यादव (22 वर्ष), जो पहले से शादीशुदा है और जिसकी पत्नी उसे छोड़कर जा चुकी है, ने पीड़िता की मजबूरी का फायदा उठाया।
वह जानता था कि युवती गर्भवती है, फिर भी उसने उसे 17 जुलाई 2025 को अपने घर बुलाया और शादी का वादा कर दुष्कर्म किया। बाद में वह भी अपने वादे से मुकर गया।
BNS की धारा 64(2)(M) के तहत अपराध दर्ज, त्वरित गिरफ्तारी : पीड़िता की रिपोर्ट के आधार पर थाना सन्ना में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 64(2)(M) के तहत दोनों आरोपियों के विरुद्ध दुष्कर्म का प्रकरण दर्ज किया गया।
मामले की संवेदनशीलता और गंभीरता को ध्यान में रखते हुए, थाना प्रभारी उप निरीक्षक बृजेश यादव के नेतृत्व में पुलिस टीम ने चंद घंटों में ही दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
अपराध कबूला, पुख्ता सबूतों के साथ भेजे गए जेल : पूछताछ में दोनों आरोपियों ने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया। पुलिस के पास पर्याप्त सबूत और पीड़िता के स्पष्ट बयान मौजूद थे, जिसके आधार पर उन्हें न्यायिक रिमांड में जेल भेजा गया।
गिरफ्तारी में इन अधिकारियों की रही अहम भूमिका :
- थाना प्रभारी सन्ना: उप निरीक्षक बृजेश यादव
- पुलिस टीम: आरक्षक संतोष प्रजापति, प्रवीण खलखो, विमलेश्वर, नीलम साय पैंकरा, मनोज जांगड़े, अभय चौबे
- महिला आरक्षक: सुनीति एक्का
एसपी का सख्त संदेश : ‘महिलाओं से जुड़े अपराध में कोई रियायत नहीं’ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री शशि मोहन सिंह ने कहा :
“महिलाओं और बच्चियों से संबंधित अपराधों के प्रति जशपुर पुलिस पूरी तरह सतर्क और संवेदनशील है। विवाह का झांसा देकर शारीरिक शोषण करने वाले आरोपियों को सलाखों के पीछे भेजा गया है। ऐसे मामलों में दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।“
अब सवाल समाज से – कब टूटेगा ये ‘शादी के नाम पर शिकार’ का दुष्चक्र?…यह मामला महज़ एक एफआईआर नहीं, बल्कि उस सामाजिक मानसिकता की परतें खोलता है, जहाँ महिलाएं आज भी प्रेम और विवाह के नाम पर शोषण का शिकार हो रही हैं।