लैलूंगा : ट्यूबलर लाइट पोल घोटाला:97 बिजली खंभों की राशि लेकर 78 लगवाए, मामला फूटा तो बाकी भी लगाए…
रायगढ़। जिले के लैलूंगा नगर पंचायत में ट्यूबलर लाइट पोल घोटाले के खुलासे के बाद अफसरों ने ठेकेदार से बाकी खंभे भी लगवा दिए। दरअसल लैलूंगा के वार्डों में एलईडी लाइट्स वाले खंभे लगाने थे। इसके लिए 64.71 लाख का टेंडर किया था। 97 खंभे लगाने थे, लेकिन 78 खंभे ही लगवाए गए। बाजार के सामान्य भाव से अधिक में खरीदी कर राशि की बंदरबांट करने के बाद भी तसल्ली नहीं हुई तो खंभों की संख्या कम कर दी।
नगर पंचायत अध्यक्ष के वार्ड में भी खंभा लगे बिना ही भुगतान कर दिया। भास्कर ने जब मामले का खुलासा किया तो रातों- रात खंभे मंगवा लगवा दिए। वार्ड 13 और 14 में लगने वाले कुल 15 पोल में सिर्फ 5 पोल लगाए गए, जबकि भुगतान पूरे 15 का किया। घोटाले में संलिप्त नगर पंचायत के अफसरों ने संख्या समायोजन कर इंद्रप्रस्थ स्टेडियम व पुष्प वाटिका में लगना बताया। जब नगर के सभी वार्डों में लगे ट्यूबलर पोल की जानकारी ली गई तो 97 की जगह 78 पोल पाए गए।
इसका खुलासा भी हुआ तो शिकायत के डर से कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के 15 फरवरी को लैलूंगा दौरे से पहले रातों- रात नगर पंचायत के स्टॉक में रख दिया। अब जांच टीम के गठन होने पर नए ट्यूबलर पोल लाइट वार्डों में लगाए जा रहे हैं। वार्ड 6 में 3 नए पोल और वार्ड 9 में एक नया पोल 13 मार्च की रात में लगाया है।
वार्ड 9 के पार्षद सत्यवान साव ने भी उसके वार्ड में रातोरात ट्यूबलर पोल लगाए जाने की बात कही और किसके द्वारा किस मद से लगाए जा रहे है। इसकी जानकारी नहीं होना बताया है। नगर पंचायत के परिषद की 16 मार्च को होने वाली बैठक में मुद्दा उठने की बात कही।
इस प्रकार की गड़बड़ी, एफआईआर की मांग
नपं लैलूंगा में लंबे अरसे से पदस्थ रहे प्रभारी मुख्य नगरपालिका अधिकारी सीपी श्रीवास्तव के कार्यकाल में यह टेंडर हुआ था। प्रभारी सीएमओ ने घोटाले की ऐसी साजिश रच सरकारी राशि का व्यापक घोटाला किया। निविदा प्रकाशन स्थानीय स्तर पर न कर अन्य संभाग में किया। साथ ही सेटिंग से ऊंची दर पर निविदा स्वीकृत की। तीनों टेंडर एक ही व्यक्ति ने भरे हैं। कार्य की गुणवत्ता भी निम्न स्तर की है। अधोसंरचना मद से विभिन्न वार्डों में ट्यूबलर पोल फिटिंग कार्य के लिए अनुमानित लागत 64.71 लाख की निविदा जारी हुई।
कार्य आदेश 4 मई 2022 को दिया था। कुल 97 ट्यूबलर पोल के लिए सिर्फ 5 दिन बाद ही 9 मई को भुगतान भी कर दिया। पहले कांग्रेस पार्टी से वार्ड क्रमांक 13 के पार्षद आदित्य बाजपेयी ने मुख्य नगरपालिका अधिकारी को पत्र लिखकर 13 व 14 वार्ड में लगे ट्यूबलर पोल के भौतिक सत्यापन की मांग की। माप पुस्तिका व बिल भुगतान अनुसार भौतिक सत्यापन में पोल नहीं पाए जाने पर ठेकेदार, उपयंत्री व भुगतान अधिकारी सीएमओ पर शासकीय राशि के गबन की साजिश का केस दर्ज कराने की मांग की थी । कलेक्टर के लैलूंगा दौरे में घोटाले की जांच व दोषी पाए जाने पर केस दर्ज करने आवेदन दिया ।
रातों रात लगाए गए हैं खंभे : “मेरे वार्ड में बिना जानकारी दिए एक ट्यूबलर पोल रातोरात लगाया गया है। मैंने परिषद में खंभा लगे बिना भुगतान का मुद्दा उठाया था। जांच के लिए लिखित आवेदन दिया है ।”-सत्यवान साव, पार्षद वार्ड क्रमांक 9
परिषद की बैठक में मुद्दा उठा था : “नए लगाए गए ट्यूबलर पोल में मुझे कोई जानकारी नही है। मैंने 14 मार्च को पदभार लिया है। वार्ड 6 व 9 में नए ट्यूबलर पोल लगाए जाने का मुद्दा परिषद की सभा मे भी उठा । किस मद से किसके द्वारा कब लगाया गया, इसकी जांच कराई जाएगी।” –विजय पांडेय, नवपदस्थ मुख्य नगरपालिका अधिकारी, नगर पंचायत लैलूंगा