रायपुर में ‘मौत की बोरी’ : पत्थर खदान में तैरता शव, बाहर झांकता पैर और भीतर छुपी खौफनाक साजिश…

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से एक हिला देने वाली वारदात ने पूरे प्रदेश को सन्न कर दिया है। राखी थाना क्षेत्र के ग्राम बेन्द्री में एक परित्यक्त पत्थर खदान में पानी की सतह पर तैरती एक बोरी से इंसानी पैर झांकता दिखा—और फिर जो सच सामने आया, उसने सबको झकझोर दिया।
पुलिस ने जब बोरी बाहर निकाली, तो उसके अंदर बंद थी एक सड़ी-गली लाश। मानो किसी ने इंसान को मौत के हवाले कर बोरी में कफन की तरह लपेटकर पानी में बहा दिया हो।
पैर बाहर, लाश अंदर… और हर ओर पसरा हुआ सन्नाटा : शाम 6 बजे के करीब ग्रामीणों की नज़र खदान में तैरती एक बोरी पर पड़ी, जिससे तेज़ दुर्गंध उठ रही थी। लेकिन डर तब और गहरा गया, जब बोरी से इंसानी पैर बाहर झांकता दिखा।
पुलिस मौके पर पहुंची, क्राइम ब्रांच और एफएसएल टीम को बुलाया गया। बोरी खोली गई- भीतर एक युवक की लाश, बुरी तरह सड़ी हुई, तीन से चार दिन पुरानी। शव की पहचान नहीं हो पाई है।
हत्यारे ने साफ-साफ किया प्लानिंग : सबूत मिटाने पत्थर खदान का किया इस्तेमाल – शव को देखकर साफ है कि यह कोई एक्सीडेंट या आत्महत्या नहीं, बल्कि एक बेहद शातिर हत्या है। बोरी में बांधकर लाश को खदान के गंदले पानी में फेंकना—ये किसी आम इंसान का काम नहीं। यह किसी ऐसे व्यक्ति का खेल है, जिसे मौत को छुपाना आता है।
शायद कातिल ने सोचा कि सड़ती लाश कभी नहीं मिलेगी—But “सड़ांध ने साजिश को उजागर कर दिया।”
FSL, क्राइम ब्रांच और तकनीकी टीम एक्शन में, हर सुराग की हो रही तलाश : अब पुलिस मोबाइल लोकेशन, कॉल डिटेल, सीसीटीवी और गुमशुदगी के केस खंगाल रही है। गांव के लोगों से पूछताछ की जा रही है। खदान के पास कोई वाहन के निशान, पैरों के चिन्ह या कपड़े- हर छोटा सुराग अब बड़ी कहानी बन सकता है।
गांव में दहशत, कानून के सामने चुनौती, समाज के सामने सवाल :
इस वारदात ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं—
“क्या हम वाकई सुरक्षित हैं?”
“क्या हत्यारे अब बोरी में लाशें बांधकर समाज के बीच से निकल रहे हैं और कोई रोक नहीं पा रहा?”
ग्रामीण दहशत में हैं। मांएं अपने बच्चों को घरों से बाहर नहीं भेज रहीं। हर दरवाजा बंद, हर जुबान खामोश और हर आंख डरी हुई।
यह केवल हत्या नहीं, यह ‘शव राजनीति’ है – गुज़रे हुए इंसान को गुमनाम कर देने की कोशिश!
एक बोरी में बंद लाश—मौन होकर भी बहुत कुछ कह रही है।
वो चीख रही है – “मुझे इंसाफ दो!”
और ये चीख अब पूरे सिस्टम की परीक्षा ले रही है।
अब सवाल सिर्फ इतना नहीं कि ये लाश किसकी है,
बल्कि सवाल ये है कि इसे फेंकने वाला कौन है और वो आज़ाद क्यों घूम रहा है?
रायपुर की सबसे रहस्यमयी और खौफनाक मर्डर मिस्ट्री की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। अब देखना है – क्या कातिल पकड़ा जाएगा, या ये बोरी भी किसी पुरानी फाइल में गुम हो जाएगी?