रायपुर : ब्लॉगर रवि शर्मा हुये पुलिस की दबंगई का शिकार ,गृहमंत्री विजय शर्मा से किया अनुरोध : सजा दो उनको…
रायपुर । भानुप्रताप भट्ट : छत्तीसगढ़ के फेमस यूट्यूबर ब्लॉगर रवि शर्मा के साथ पुलिस की अव्यवहारिकता ने प्रदेश की पुलिसिंग पर एक नया बवाल खड़ा कर दिया है।
ब्लॉगर रवि शर्मा के बताए अनुसार अपने बड़े पिताजी की दुकान पर गए हुए थे तभी वहां कुछ पुलिसकर्मी पहुंचते हैं और कुछ सामान लेते हैं और जब पैसा देने की बारी आती है तो वह धमकाने लगते हैं की दुकान 11:00 बजे रात तक क्यों खुली है, इस बात पर रवि शर्मा उनसे निवेदन करते हैं कि जितना बन सके खरीदी रेट कम से कम चुका दे लेकिन उनकी बात अनसुना करते हुए पुलिसकर्मी उनसे मारपीट करने लगते हैं और जबरदस्ती पुलिस गाड़ी में बिठाकर टिकरापारा थाना ले आते हैं और उन्हें रात भर लॉकअप में रखा जाता है बिना खाए पिए ब्लॉगर रवि शर्मा बिना कोई अपराध के पूरी रात लॉकअप में बिताते हैं जैसा कि रवि शर्मा ने अपने वीडियो में कहा है कि उन्हें बिना कोई अपराध के पुलिसिया दबंगई भुगतनी पड़ी, उन्होंने छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा से अपील की है इस तरह से प्रदेश नहीं चलने वाली है जिस तरह पुलिस ही गुंडागर्दी कर रही है।
ऐसे में आम जनता किससे न्याय की उम्मीद लगाए??…
बता दें की लगातार छत्तीसगढ़ में पुलिस का अत्याचार देखने को मिल रहा है जिस तरह से कुछ दिन पहले ही एक महिला पत्रकार के साथ उरला थाने में दुर्व्यवहार की घटना सामने आई ठीक उसी तर्ज पर ब्लॉगर रवि शर्मा को पुलिसिया दबंगई का मोहरा बनना पड़ा है, अब देखना होगा की इस मामले में पुलिस प्रशासन में बैठ बड़े अधिकारी क्या एक्शन लेते हैं।
बतादें की सुपर शर्माजी नाम से प्रसिद्ध ब्लॉगर रवि शर्मा छत्तीसगढ़िया अंदाज़ में अपने चुटीले ब्लॉगिंग के लिए मशहूर हैं, सरकार के जनसम्पर्क विभाग ने भी ब्लॉगर रवि शर्मा को सम्मानित किया था और छत्तीसगढ़ी में आमजन के बीच सरकारी योजनाओं के प्रचार प्रसार के लिए संपर्क साधा था।
इस घटना ने प्रदेश की आम जनता और पुलिस के बीच की सच्चाई खोल दी है, अभी दीपावली का समय है ऐसे में दुकानदार को रात के 11 बजे तक दुकान बढ़ाना आम बात है जिस बात पर पुलिस ने हुज्जतबाजी की और जिस तरह का व्यवहार एक ब्लॉगर से की गई इस बात पर पूरे प्रदेश में पुलिस की निंदा हो रही है।
पीड़ित शर्मा परिवार और ब्लॉगर रवि शर्मा ने कहा है कि वे पुलिस की बहुत इज्जत करते थे पर इस घटना ने उनका मन बदल दिया वे यह सोंच परेशान हैं कि आम जनता से पुलिस क्या ऐसा ही बर्ताव करती है, रवि का परिवार और सभी समर्थकों ने संबंधित पुलिसकर्मी महेश नेताम और उनके साथी पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग विभाग प्रमुख और गृहमंत्री से की है।