भाजपा शासन में भर्ष्टाचार चरम पर, आखिर आम जनता जाए तो जाए कहां??…शिकायत पर कार्यवाही दूर दूर तक नही?…
रायगढ़। जिले के आदिवासी बहुल्य विकास खण्ड धरमजयगढ़ में भ्रष्टाचार चरम पर है, सरकार बदलने के बाद क्षेत्रवासियों को ऐसा लग रहा था कि भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगा पर ऐसा कुछ नहीं हुआ अधिकारी-कर्मचारी के अपने व्यवहार में कोई परिवर्तन नहीं किया है, जैसे पहले था वैसे ही सरकार बदलने के बाद भी है, ऐसा कोई सरकारी कार्यालय नहीं जहां चढ़ावा के बिना शायद ही कोई काम होता होगा? ग्रामीण शिकायत लेकर अधिकारियों के चौखट में जा-जा कर थक जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर अधिकारी है कि ग्रामीणों के शिकायत पर कोई कार्यवाही करें यह आम जन के लिए सपना बनकर रह गया है।धरमजयगढ़ में तो ऐसा है कि न्याय पाने के लिए भी गांधी छाप को याद किया जाता है, बिना गांधी छाप चढ़ावा के न्याय भी मिलता नजर नहीं आ रहा??…
विकासखण्ड में राशन घोटाल चरम पर कार्यवाही शून्य : सरकार द्वारा कोई भूखे पेंट ना रहे इसके लिए सस्ता राशन दिया जाता है, लेकिन धरमजयगढ़ विकास खण्ड में सस्ता राशन, राशन माफियाओं के कमाने का जरिए बन गया है। स्थानीय प्रशासन राशन माफिया एक-एक दुकानदार को 4-5 राशन दुकान आबंटन कर दिया गया हैं, अब आप खुद सोचिए कि क्या एक दुकानदार 4-5 दुकान का संचालय कैसे और कब-कब करते होंगे? शासन के नियमानुसार हर दिन दुकान खोलना अनिवार्य होता है तो फिर एक दुकानदार 4-5 दुकान का संचालन कैसे होता होगा यह तो भगवान ही जाने? राशन दुकानदार दुकान नहीं खोलते हैं जानकारी होने के बाद भी स्थानीय प्रशासन ऐसा करके राशन माफियाओं को राशन की हेराफेरी करने की छुट दे रखा है। आरोप यह भी है कि राशन दुकानदार अंगुठा लगावकर पूरी की पूरी चावल बेच देता हैं और अधिकारी-कर्मचारी राशन की जांच कर कार्यवाही करने के बाजाए दुकानदार को खुली छुट दिया जा रहा है?
करोड़ों की शासकीय भूमि पर कब्जा करने वालों पर बेहरबान राजस्व कर्मचारी : नगरीय क्षेत्र का तो ऐसा हाल है कि कोई भी कहीं भी शासकीय भूमि पर कब्जा कर सकते हैं, यहां कोई रोकने वाला नहीं है। अब तो ऐसा होने लगा की शासकीय भवन की दीवार से लगाकर लोग बेजा कब्जा कर रहे हैं और राजस्व विभाग के कर्मचारी को सब कुछ पता होने के बाद भी कार्यवाही करने के बजाए पटवारी बेजा कब्जाधारी को सलाह दे देते हैं कि एसडीएम साहब से मिल लो आपका काम हो जाएगा। जबकि पटवारी को जांच कर शासकीय भूमि से बेजा कब्जा से बेदखल करना चाहिए पर धरमजयगढ़ विकास खण्ड में ऐसा नहीं उल्टा बेजा कब्जा करने वाले कैसे बेजा कब्जा कर सकते हैं इसकी सलाह दिया जा रहा है। जिसका नतीजा है कि धरमजयगढ़ नगरीय क्षेत्र में बेजा कब्जाधारियों द्वारा बेस कीमती शासकीय भूमि पर बेजा कब्जा करने का खेल लगातार जारी है।
वर्जन :
दुकानदार राशन को बेच दिए हैं और अब इसकी रिकवरी हो रही है तो घोटाला करने वाले दुकानदार सरकार को बदनाम कर रहे हैं, भाजपा सरकार चावल कम दे रहे हैं, ऐसा नहीं है, मेरे द्वारा मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मांग किया गया है कि भ्रष्टाचार करने वाले दुकान को निरस्त करते हुए राशन घोटाला करने वाले दुकानदारों से वासूली किया जाए।स्थानीय प्रशासन द्वारा एक-एक दुकानदार को 5-6 दुकान आबंटन किया गया है जो गलत है ऐसा करने से राशन घोटाला अधिक हो रहा है। अधिकारियों को चाहिए कि ग्रामीणों की शिकायत पर तत्काल जांच कर कार्यवाही करें। हर विभाग का हाल ऐसा है, भ्रष्टाचार चरम पर है इसपर लगाम लगे इसके लिए मैं सीएम साहब से मिलकर इसके बारे में फिर से चर्चा करूंगा ताकि भ्रष्टाचार पर रोक लगे।
राशन घोटाले की खबरे रोज सुनने को मिल रहा है, कांग्रेस शासनकाल से कांग्रेसियों द्वारा राशन दुकान संचालित किया जा रहा है, इसके द्वारा मनमानी तरीके से राशन की हेराफेरी किया गया है। राशन में हो रहे हेराफेरी को रोकने, राशन घोटाला करने वालों से रिकवरी और हर पात्र हितग्राहियों को उनका हक का राशन मिले इसके लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
मोदी की गारंटी का सपना दिखाकर भाजपा सरकार में तो आ गई है पर जमीनी हकीकत कुछ और ही बयान कर रहा है, विष्णु का सुशासन ऐसा कि भ्रष्टाचार चरम पर है, बिना चढ़ावा के न तो राजस्व संबंधी कुछ कार्य हो रहे हैं और ना ही थाने में पीडि़तों को न्याय मिल रहा, डबल इंजन सरकार की हालत यह है कि हितग्राहियों को राशन भी सही से नहीं मिल पा रहा है, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वालों के राज में सबसे ज्यादा अत्याचार बेटियों पर ही हो रहा है, कांग्रेस जल्द ही इन्ही सब मुद्दों को लेकर बड़ा आंदोलन करेगी।
बेजा कब्जाधारी को एसडीएम से मिलकार मामले को निपटा लेने के संबंध में हल्का पटवारी बालमुकुंद सारथी से पुछने पर हल्का पटवारी ने बताया कि समाचार पात्रों में बेजा कब्जा की समाचार प्रकाशन के बाद मेरे द्वारा धरमजयगढ़ कॉलोनी में खाद्य गोदाम के पास किया गया बेजा कब्जा की जांच करने जाने पर बेजा कब्जाधारी गुप्ता द्वारा मेरे से पुछा गया था कि क्या करना होगा तो मेरे द्वारा बताया गया था कि मैं जांच प्रतिवेदन एसडीएम साहब को दे दूंगा आगे अधिकारी क्या कार्यवाही करेंगा वहीं जाने आप एसडीएम साहब से मिलकर पता कर लेना।
राशन दुकानदार द्वारा हितग्राहियों को राशन नहीं देना, एक-एक दुकानदार को 4-5 दुकान आबंटन करने के संबंध जानकारी लेने के लिए खाद्य अधिकारी धरमजयगढ़ को फोन करने पर उनक द्वारा फोन रिसिव नहीं किया गया जिसके कारण उनका पक्ष नहीं जान पाए।