ब्रेकिंग रायपुर : तहसीलदार, नायब तहसीलदारों के तबादले को लेकर प्रशासनिक सेवा संघ ने राजस्व मंत्री के खिलाफ खोला मोर्चा ; जाने क्या है पूरा मामला…
रायपुर। छत्तीसगढ़ में लगातार जारी अधिकारियों-कर्मचारियों के तबादले की कड़ी में कल 13 सितंबर को तहसीलदार, नायब तहसीलदारों और आरआई के थोकबंद तबादले किए गए थे। राजस्व विभाग के कर्मचारियों का तबादला आदेश जारी होते ही हड़कंप मच गया था। वहीं, अब इस तबादला सूची को लेकर छत्तीसगढ़ कनिष्क प्रशासनिक सेवा संघ ने राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। साथ ही संघ के प्रदेश अध्यक्ष नीलमणि दुबे ने राजस्व मंत्री पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं।
नीलमणि दुबे ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि : ट्रांसफर में पैसों का भारी लेनदेन किया गया है। जो मंत्री बंगले के आगे नतमस्तक हुआ, उसे मनचाही पोस्टिंग दी गई है। उन्होंने राजस्व मंत्री पर सवाल दागते हुए कहा कि बताएं, किस क्राइटेरिया का पालन कर तबादला किया गया है। ना उम्र का, ना स्वास्थ्य का, न टेन्योर किसी भी क्राइटेरिया का पालन नहीं किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि 2 साल में प्रदेश अध्यक्ष को छह बार ट्रांसफर किया गया। संघ के पदाधिकारी का चुन चुन कर ट्रांसफर हुआ। कुछ लोग सालों से जहां जमे थे, उन्हें फिर से वहीं वापस लाया गया। नीलमणि दुबे ने सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में जाएंगे और तबादला आदेश को चुनौती देंगे।
नीलमणी दुबे ने कहा, जिस व्यक्ति का 6 महीने बाद रिटायरमेंट है उसका भी स्थानांतरण कर दिया गया है। 55 वर्ष के व्यक्ति जो आईसीयू में भर्ती है उनका भी स्थानांतरण कर दिया गया है। न ही स्वास्थ्य क्राइटेरिया है ना ही उम्र क्राइटेरिया है, इस पोस्टिंग में कोई क्राइटेरिया नहीं है। उन्होंने कहा, पिछले 2 साल में यह मेरा छटवां ट्रांसफर है। मेरे परिवार पर क्या बीत रही है, मुझ पर क्या बीत रही है। आप 2 साल में मेरा 6-6 बार ट्रांसफर कर रहे हैं।
संघ के अध्यक्ष ने कहा, जानबूझकर संघ के पदाधिकारियों को टारगेट किया गया है. मैं अध्यक्ष हूं, मेरा ट्रांसफर मोहला मानपुर कर दिया गया है, क्योंकि मैं संघ का अध्यक्ष हूं और मैं लोगों की बातों को रायपुर आकर रखता हूं। मुझे जानबूझकर मोहला मानपुर भेज दिया गया है, ताकि मैं किसी भी प्रकार की बातों को रखकर रायपुर नहीं आ पाऊं। उन्होंने कहा, राकेश देवांगन संघ के एक्टिव सदस्य हैं, उनका रायपुर से उठाकर सुकमा ट्रांसफर कर दिया गया है। संघ के पदाधिकारी गुरुदत्तपांच भाई उनको दुर्ग में गए एक साल हुआ है उनका ट्रांसफर बलरामपुर कर दिया गया है। संघ के प्रवक्ता पेखंड टोकरे को सुकमा भेज दिया गया है। ये षड़यंत्रकारी नीति है।
गौरतलब है कि शुक्रवार देर रात छत्तीसगढ़ के राजस्व विभाग के कर्मचारियों का बड़े पैमाने पर तबादला किया था। जारी आदेश में 49 तहसीलदार, 51 नायब तहसीलदार और 28 राजस्व निरीक्षकों का नाम शामिल किया गया था। अब देखना होगा कि संघ के विरोध के बाद क्या सरकार तबादला आदेश वापस लेती है या हाईकोर्ट में इसका फैसला होगा।
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