बिलासपुर

बिलासपुर : एसीबी ईओडब्लू की डीईओ के यहां रेड, 10 करोड़ की संपत्ति का खुलासा, सम्पति की आय व्यय की गणना पश्चात हो सकती है गिरफ्तारी??…

बिलासपुर । एसीबी- ईओब्ल्यू की टीम ने शनिवार को जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) टीआर साहू के बिलासपुर स्थित सरकारी आवास, कवर्धा स्थित मकान और रायपुर में छापेमारी की है। इसमें 10 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति का पता चला है। बिलासपुर नूतन कॉलोनी स्थित सरकारी आवास में 1.6 लाख रुपए कैश मिला। कवर्धा की पॉश कॉलोनी में मकान, पत्नी के नाम पर फार्म हाउस और रायपुर में कीमती जमीन की जानकारी सामने आई है।

डीईओ साहू के खिलाफ एसीबी ईओडब्ल्यू ने शिकायत के बाद शुक्रवार को जांच शुरू की। डीईओ यहां नूतन कॉलोनी स्थित सरकारी मकान में अकेले रहते हैं। पत्नी-बच्चे कवर्धा में पॉश कॉलोनी में रहते हैं। उनकी पत्नी व्याख्याता हैं। कवर्धा के गांव में करीब 10 एकड़ के फार्म हाउस होने का पता चला है। रायपुर में उन्होंने पत्नी के नाम से एक बड़ा प्लॉट खरीदा है। कवर्धा के मकान में बीस हजार कैश मिले हैं। यहां से सोने-चांदी के जेवर के अलावा बैंक पासबुक, एफडी व एलआईसी में बड़े निवेश का पता चला है। बैंक पासबुक जब्त कर लिए गए हैं। इसके अलावा खातों से लेनदेन पर रोक लगाने के निर्देश भी दे दिए गए हैं। डीईओ के पास दो कारें हैं। दोनों के माइलोमीटर चेक किए गए हैं। इन गाड़ियों का एवरेज देखा जाएगा। इसमें डीजल-पेट्रोल का भी हिसाब जुड़ेगा।

डीईओ साहू की पत्नी भी स्वयं व्याख्याता हैं। एक बेटा सिविल इंजीनियर है। अधिकांश अचल संपत्तियां पत्नी के नाम पर हैं। एसीबी ईओडब्ल्यू दोनों की आय और खर्च का हिसाब निकालेगी। इसके बाद आय से कितनी अधिक संपत्ति जुटाई गई है, उसका खुलासा होगा।  अधिकारियों ने बताया कि आय से अधिक संपत्ति की पुष्टि के बाद डीईओ की गिरफ्तारी होगी।

जिला शिक्षा अधिकारी टीआर साहू  के अनुसार अक्टूबर 2023 से यहां जिला शिक्षा अधिकारी के पद पर पदस्थ हैं। कवर्धा पैतृक निवास है। प्राचार्य और BEO भी रहा। मेरे खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिलने की बात EOW की टीम ने मुझे बताया और मेरे निवास और कार्यालय में जांच की।जांच में कोई भी आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद नहीं किया गया। कवर्धा स्थित मेरे निवास में भी छापा मारा गया वहां भी कुछ नहीं मिला है। ACB की जांच में पूरी सहयोग है। विभागीय षड्यंत्र कर मेरे खिलाफ झूठी शिकायत की गई है। इससे पहले भी आरटीआई लगाकर मेरी निजी जानकारी मांगी गई थी। लेकिन, मेरे पास जो भी सम्पत्ति है उसके सारे रिकॉर्ड मौजूद है, जो मेरी पैतृक और मेहनत की ही कमाई है।

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