बिलासपुर

बिलासपुर के स्कूल में धमाका: आठवीं की छात्रा फरार, पांच आरोपी बाल न्यायालय में पेश…

• खतरनाक साजिश का पर्दाफाश, ऑनलाइन मंगवाया गया था विस्फोटक सोडियम मेटल…

बिलासपुर। शहर के प्रतिष्ठित सेंट पलोटी स्कूल में शुक्रवार सुबह एक भयानक धमाका हुआ, जिसने स्कूल प्रशासन और पुलिस को हिला कर रख दिया। चौथी कक्षा की एक छात्रा जब बाथरूम गई, तो वहां तेज विस्फोट हुआ, जिससे वह बुरी तरह झुलस गई। पूरे स्कूल में अफरातफरी मच गई। प्राथमिक जांच में खुलासा हुआ कि इस धमाके के पीछे स्कूल के ही कुछ छात्रों का खतरनाक खेल थापांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर बाल न्यायालय में पेश कर दिया है, जबकि इस पूरे षड्यंत्र की मास्टरमाइंड मानी जा रही आठवीं कक्षा की छात्रा अपने परिवार सहित फरार हो गई है

बाथरूम बना ब्लास्ट पॉइंट, चीखों से दहला स्कूल : गवाहों के अनुसार, जब धमाका हुआ, तो पूरा स्कूल कांप उठा। छात्रा की चीखें सुनकर टीचर और छात्र दौड़ पड़े। बाथरूम का दरवाजा खोलते ही चारों ओर धुआं फैला था और छात्रा दर्द से तड़प रही थी। उसकी टांगें बुरी तरह झुलस चुकी थीं। शिक्षकों ने तुरंत उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए बर्न एंड ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया

तीन दिन की प्लानिंग, ऑनलाइन ऑर्डर से लेकर धमाके तक का खतरनाक खेल : पुलिस जांच में जो तथ्य सामने आए, वे हैरान करने वाले हैं। छात्रों ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से विस्फोटक तत्व ‘सोडियम मेटल’ मंगवाया था, जो पानी के संपर्क में आते ही तेज धमाके के साथ फट जाता है। तीन दिन तक वे इस पर प्रयोग करते रहे और आखिरकार इसे बाथरूम में रख दिया। यह धमाका उनकी खतरनाक शरारत का नतीजा था, जिसने एक मासूम की जिंदगी खतरे में डाल दी

मास्टरमाइंड छात्रा फरार, पुलिस के निशाने पर परिवार : जब पुलिस स्कूल पहुंची और जांच शुरू की, तो पांच आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया, लेकिन मुख्य साजिशकर्ता आठवीं की छात्रा अपने परिवार समेत गायब हो चुकी थी। पुलिस ने जब उसके परिजनों से संपर्क किया, तो उन्होंने कहा कि छात्रा सदमे में है और जल्द ही थाने में पेश होगी। हालांकि, पुलिस इसे मामले को दबाने की कोशिश मान रही है और उसके स्वजनों की निगरानी बढ़ा दी गई है।

कहां है स्कूल प्रशासन? सुरक्षा पर बड़े सवाल : इस घटना ने स्कूलों में सुरक्षा व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं-

  • कैसे छात्र खतरनाक विस्फोटक ऑनलाइन मंगवा सकते हैं?
  • तीन दिन तक इस पदार्थ को स्कूल में कैसे रखा गया, किसी को भनक क्यों नहीं लगी?
  • स्कूल प्रबंधन की लापरवाही का खामियाजा क्या एक मासूम छात्रा को भुगतना पड़ेगा?

आखिर कब जागेगा सिस्टम? : यह घटना सिर्फ एक स्कूल तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे देश के शैक्षणिक संस्थानों के लिए खतरे की घंटी हैअगर अब भी ऑनलाइन खतरनाक केमिकल्स की बिक्री पर रोक नहीं लगी, तो भविष्य में और बड़े हादसे हो सकते हैं। सवाल उठता है— क्या बच्चों को इस कदर विज्ञान के नाम पर विनाश की छूट दे दी गई है? पुलिस इस पूरे मामले को एक संगठित अपराध के रूप में देख रही है और कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं

क्या यह सिर्फ एक शरारत थी, या कुछ और? पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!