नई दिल्ली : 18वीं लोकसभा सत्र के पहले दिन छत्तीसगढ़ के चिंतामणि महाराज ने ली संस्कृत में शपथ…
◆ रायगढ लोकसभा सांसद 18वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ लेते मा० सांसद रायगढ़ श्री राधेश्याम राठिया जी…
नई दिल्ली । देश की नई संसद में सोमवार को शपथग्रहण समारोह हुआ। इस दौरान छत्तीसगढ़ के भी 11 सांसदों ने शपथ ली। सरगुजा से सांसद चुने गए भाजपा के चिंतामणि महाराज अकेले ऐसे नेता रहे जिन्होंने संस्कृत में शपथ ली। सभी को प्रोटेम स्पीकर ने शपथ दिलाई।
चिंतामणि महाराज के अलावा भाजपा के बृजमोहन अग्रवाल, संतोष पांडे, विजय बघेल, कमलेश जांगड़े, महेश कश्यप, भोजराज नाग, राधेश्याम राठिया ने शपथ ली। वहीं कांग्रेस की ओर से छत्तीसगढ़ की एकमात्र सांसद ज्योत्सना महंत ने शपथ ली।18वीं लोकसभा सत्र के पहले दिन 262 सांसदों ने शपथ ली है। सबसे पहले प्रधानमंत्री मोदी और आखिरी में मध्य प्रदेश के ज्ञानेश्वर पाटिल ने शपथ ली। कल 270 सांसद शपथ लेंगे। लोकसभा स्पीकर कैंडिडेट का नाम भी कल सामने आ सकता है।
वहीं रायगढ लोकसभा सांसद 18वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ लेते मा० सांसद रायगढ़ श्री राधेश्याम राठिया जी…
लोकसभा सत्र का पहला दिन विपक्ष के नाम रहा। सत्र शुरू होने से पहले और शुरू होने के बाद विपक्षी सांसदों ने संसद के बाहर हाथ में संविधान की कॉपी लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। विपक्ष का आरोप है कि सरकार ने प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति में नियमों की अनदेखी की।
यह प्रदर्शन संसद के अंदर भी देखने को मिला। जब सांसदों की शपथ शुरू हुई तो सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पोर्डियम पर आए। राहुल गांधी समेत विपक्ष के कई सांसदों ने संविधान की कॉपी PM की तरफ दिखाई। प्रधानमंत्री शपथ लेने के बाद जब लौटे तो दोनों तरफ से हाथ जोड़कर अभिवादन हुआ।
प्रधानमंत्री के बाद प्रोटेम स्पीकर के पैनल में शामिल 5 वरिष्ठ सांसदों को शपथ लेना था। इनमें 3 विपक्षी सांसद – सुरेश कोडिकुन्निल (कांग्रेस), टीआर बालू (DMK), सुदीप बंदोपाध्याय (TMC) थे। प्रोटेम स्पीकर ने जब इनका नाम पुकारा तो कोई भी सांसद हॉल में उपस्थित नहीं था, ये बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। विरोध यहीं खत्म नहीं हुआ, NEET-UG परीक्षा में गड़बड़ियों के बीच जब शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान शपथ लेने मंच की ओर बढ़े तो विपक्ष की ओर हूटिंग शुरू हो गई- NEET-NEET, शेम-शेम। हालांकि धर्मेंद्र प्रधान का कोई रिएक्शन नहीं दिखा।