गौरेला-पेंड्रा-मरवाही

जीपीएम : पीएम मोदी की सभा में जा रहे BJP कार्यकर्ताओं की बोलेरो नदी में गिरी ; पहले महिला को बेरहमी से कुचला, फिर पुल से नीचे समाई,2 की मौत, 8 घायल!…

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं से भरी बोलेरो का भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। इस बोलेरो ने पहले एक महिला को बेरहमी से कुचल दिया और फिर पुल से नीचे सोन नदी में जा गिरी। इस हादसे में महिला समेत दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि आठ भाजपा कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।

घायलों में से चार की हालत नाजुक बताई जा रही है, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए सिम्स, बिलासपुर रेफर किया गया है, जबकि अन्य चार का इलाज जिला अस्पताल गौरेला में चल रहा है। प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंच चुका है और पूरे मामले की जांच जारी है।

कैसे हुआ यह भयानक हादसा? : मिली जानकारी के अनुसार, मनेंद्रगढ़ (MCB) जिले के ताराबहरा से नौ भाजपा कार्यकर्ता बोलेरो में सवार होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा में शामिल होने के लिए बिलासपुर के मोहभट्टा जा रहे थे। इसी दौरान जब बोलेरो पेंड्रा और कोटमी के बीच सोन नदी के पुल पर पहुंची, तो पंडरीखार गांव की रहने वाली रमिताबाई पुल पर खड़ी होकर फूल विसर्जन कर रही थी।

बोलेरो की रफ्तार इतनी तेज थी कि उसने रमिताबाई को जोरदार ठोकर मार दी, जिससे महिला हवा में उछलकर सड़क पर जा गिरी और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। इसके बाद बोलेरो चालक नियंत्रण खो बैठा, और गाड़ी पुल के नीचे सोन नदी में जा गिरी। हादसा इतना भयानक था कि बोलेरो के परखच्चे उड़ गए। इस घटना में बोलेरो सवार बाबूराम चौधरी की भी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि आठ अन्य भाजपा कार्यकर्ता बुरी तरह घायल हो गए।

घायलों का हाल और प्रशासन की कार्रवाई : इस दर्दनाक हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और घायलों को बचाने की कोशिश करने लगे। पुलिस और प्रशासन को सूचना दी गई, जिसके बाद जिला कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी, एसडीएम अमित बेक, और एसडीओपी निकिता तिवारी अस्पताल पहुंचे और घायलों के समुचित इलाज का निर्देश दिया। चार घायलों की हालत बेहद गंभीर होने के कारण उन्हें बिलासपुर सिम्स रेफर कर दिया गया है, जबकि बाकी चार घायलों का इलाज गौरेला जिला अस्पताल में जारी है।

‘मौत का पुल’—पहले भी हो चुके हैं कई हादसे : इस सोन नदी के पुल पर पहले भी कई हादसे हो चुके हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक, पुल के किनारे साइड वॉल नहीं होने की वजह से यह जगह बेहद खतरनाक बनी हुई है। यहां पहले भी कई गाड़ियां नीचे गिर चुकी हैं, लेकिन प्रशासन ने इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। यह हादसा इस पुल की खतरनाक स्थिति को फिर से उजागर कर गया है। अब सवाल उठता है कि क्या प्रशासन इस पर कोई ठोस कदम उठाएगा या फिर यह पुल भविष्य में और जानलेवा साबित होगा?…

PM मोदी के कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे कार्यकर्ताओं के साथ हादसा—BJP में शोक की लहर : भाजपा कार्यकर्ताओं की इस भीषण दुर्घटना के बाद पार्टी में शोक की लहर है। जो कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे, वे इस दर्दनाक हादसे का शिकार हो गए।

इस पूरे मामले की जांच जारी है, लेकिन यह हादसा कई सवाल खड़े करता है—क्या तेज रफ्तार ही इस घटना की वजह बनी, या फिर प्रशासन की लापरवाही भी इसके लिए जिम्मेदार है? पुल की सुरक्षा पर भी सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि यह हादसा प्रशासन की अनदेखी का एक और बड़ा उदाहरण बन चुका है।

अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस हादसे से क्या सबक लेता है और क्या भविष्य में इस पुल पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाते हैं या नहीं!…

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