जशपुर में “ऑपरेशन शंखनाद” का बड़ा असर: गौ-तस्करों की नाक में दम, 8 गौवंशों को छुड़ाया गया, एक गिरफ्तार…

जशपुर। गौवंशों की तस्करी के विरुद्ध जशपुर पुलिस द्वारा चलाया जा रहा “ऑपरेशन शंखनाद” लगातार प्रभावी सिद्ध हो रहा है। इस अभियान के अंतर्गत पुलिस ने दो अलग-अलग कार्रवाइयों में 08 गौवंशों को तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया है। एक मामले में एक आरोपी तस्कर को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है, जबकि दूसरे मामले में तस्कर मौके से फरार हो गया।
पहली कार्रवाई: दुलदुला थाना क्षेत्र में पिकअप वाहन से हो रही थी तस्करी – 22 जुलाई को थाना दुलदुला पुलिस को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि एक पिकअप वाहन (JH 01 CP 2811) में गौवंशों को भरकर बगीचा से चराईडांड, पतराटोली होते हुए झारखंड की ओर अवैध तस्करी की जा रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के निर्देश पर पतराटोली, NH-43 पर घेराबंदी कर संदिग्ध वाहन की तलाशी ली गई।
वाहन में 2 नग गौवंश रस्सी से बंधे मिले, जिन्हें तुरंत मुक्त कराया गया।
वाहन चालक की पहचान राम महतो (उम्र 19 वर्ष), ग्राम घाटा, थाना सेनहा, जिला लोहरदगा के रूप में हुई। पूछताछ में वह गौवंश से संबंधित कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका।
आरोपी के खिलाफ छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 की धारा 4, 6, 10 एवं पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 की धारा 11(1)(क)(घ) के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया।
आरोपी ने पूछताछ में खुलासा किया कि यह वाहन लोहरदगा निवासी शमशाद कुरैशी हुसैन का है और उसी के कहने पर वह गौवंश लेकर जा रहा था। इस दिशा में पुलिस की जांच जारी है।
दूसरी कार्रवाई: मनोरा क्षेत्र में जंगल के रास्ते से ले जाए जा रहे थे 6 गौवंश – उसी दिन चौकी मनोरा पुलिस को सूचना मिली कि पोड़ी पटकोना के जंगल मार्ग से दो व्यक्ति 6 गौवंशों को बेरहमी से पीटते हुए हांक कर ले जा रहे हैं।
पुलिस टीम ने तत्काल घेराबंदी कर कार्रवाई की, लेकिन आरोपी जंगल का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे।
हालांकि पुलिस ने मौके से सभी 6 गौवंशों को सकुशल बरामद कर उनका चिकित्सकीय परीक्षण कराया।
फरार तस्करों की तलाश जारी है और जल्द गिरफ्तारी की उम्मीद जताई गई है।
ऑपरेशन शंखनाद: अब तक 1200+ गौवंशों की रक्षा, सैकड़ों तस्कर जेल भेजे गए – वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने बताया कि ऑपरेशन शंखनाद के तहत अब तक 1200 से अधिक गौवंशों को तस्करी से मुक्त कराया गया है, और सैकड़ों तस्करों को जेल भेजा गया है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि गौ-तस्करी के खिलाफ यह अभियान निरंतर जारी रहेगा और सख्त कानूनी कार्रवाई की जाती रहेगी।
जशपुर पुलिस की टीम की उल्लेखनीय भूमिका : इस पूरी कार्यवाही में थाना दुलदुला के अधिकारियों और चौकी मनोरा की पुलिस टीम, जिनमें उप निरीक्षक दिनेश पुरैना, प्रधान आरक्षक वीतिन राम, प्रीतम राम, आरक्षक भीखराम एवं जगजीवन यादव शामिल हैं, ने त्वरित और साहसिक भूमिका निभाई।
जशपुर पुलिस का “ऑपरेशन शंखनाद” न केवल गौसंवर्धन एवं पशु अधिकारों की रक्षा की दिशा में एक सशक्त पहल है, बल्कि यह समाज में कानून का भय और नैतिक चेतना जगाने का कार्य भी कर रहा है।