छत्तीसगढ़ की न्यायधानी में नाबालिग छात्र पर दरिंदगी: मोबाइल में रिकॉर्ड कर वायरल किया मारपीट का वीडियो, आरोपी फरार…

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की न्यायधानी कहे जाने वाले बिलासपुर से एक शर्मनाक और खौफनाक मामला सामने आया है, जिसने कानून-व्यवस्था और सामाजिक संवेदनशीलता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सिविल लाइन थाना क्षेत्र में मामूली सी बात पर कुछ युवकों ने एक स्कूली छात्र को बेरहमी से पीटा, घसीटा और अश्लील गालियों की बौछार की। हैरानी की बात यह है कि इस दरिंदगी को आरोपियों ने खुद अपने मोबाइल कैमरे में रिकॉर्ड किया और वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया।
हेडलाइट से शुरू हुआ विवाद बना हिंसा का ज्वालामुखी : प्राप्त जानकारी के अनुसार, छात्र और आरोपियों के बीच सिर्फ इस बात को लेकर विवाद हुआ कि वाहन की हेडलाइट सीधी चेहरे पर क्यों पड़ी। लेकिन यह मामूली सी नोकझोंक कुछ ही मिनटों में हिंसा में बदल गई। आरोपियों ने छात्र को बेरहमी से पीटा, घसीटा और गंदी-घटिया भाषा में गालियां दीं। यह पूरी घटना वीडियो में कैद है, जो अब इंटरनेट पर वायरल हो चुका है।
पीड़ित की शिकायत पर दर्ज हुई एफआईआर, आरोपी अभी भी फरार : घटना से सहमा पीड़ित छात्र किसी तरह जान बचाकर थाने पहुंचा और सिविल लाइन पुलिस को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने मुख्य आरोपी रूद्र शुक्ला समेत तीन युवकों के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। लेकिन चिंता की बात यह है कि घटना के कई घंटे बीत जाने के बावजूद तीनों आरोपी अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
न्यायधानी में बढ़ती ‘गुंडागर्दी’ पर खामोश सिस्टम : यह घटना न सिर्फ कानून व्यवस्था की पोल खोलती है, बल्कि समाज में बढ़ती अराजकता और दबंगई के खतरनाक संकेत भी देती है। जब न्याय की राजधानी में दिनदहाड़े छात्र के साथ इस तरह की बर्बरता होती है और आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं, तो आम जनता की सुरक्षा और भरोसे का क्या होगा?
वीडियो वायरल होने के बाद भी प्रशासन सुस्त : इतनी गंभीर घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, लेकिन न तो प्रशासन ने कोई सख्त सार्वजनिक बयान दिया है, न ही अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी हो पाई है। आखिर पुलिस किसका इंतज़ार कर रही है?
यह केवल एक छात्र पर हमला नहीं, बल्कि पूरे कानून और समाज पर हमला है। क्या अब भी चुप रहेगा सिस्टम?