रायपुर

क्रेडा में भ्रष्टाचार का बड़ा खेल: सुशासन के दावों की खुली पोल, व्यापारी परेशान…

रायपुर। छत्तीसगढ़ में सुशासन की सरकार बनने के बाद भी भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं लग पाई है। वीआईपी रोड स्थित क्रेडा कार्यालय में कमीशनखोरी का खेल खुलेआम जारी है। व्यापारी और ठेकेदार अफसरों की मनमानी से त्रस्त हैं, लेकिन प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।

सूत्रों के अनुसार, बिना कमीशन दिए कोई भी कार्य संभव नहीं हो पा रहा है। विभाग के सीईओ के सबसे करीबी सेक्रेटरी बेनी द्वारा पूरे कार्यालय का संचालन किया जा रहा है। हालात यह हैं कि सेक्रेटरी के बिना कोई भी निर्णय नहीं लिया जाता। यही कारण है कि छोटे व्यापारियों से लेकर बड़े ठेकेदारों तक सभी को परेशानी झेलनी पड़ रही है।

अधिकारियों की संपत्ति में भारी इजाफा : सूत्रों का दावा है कि विभाग में एक खास अधिकारी, जो मूल रूप से केरल के रहने वाले हैं, उन्होंने भ्रष्टाचार के जरिए भारी संपत्ति अर्जित की है। उनके केरल स्थित घर को आलीशान बंगले में तब्दील किया जा चुका है और कई अन्य महंगी संपत्तियां भी खरीदी गई हैं। यह अधिकारी अपने प्रभावशाली संबंधों और कार्यशैली के चलते हर सीईओ को अपने नियंत्रण में रखते हैं।

ACB और EOW से जांच की मांग : एक ठेकेदार ने इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। उनका कहना है कि यदि एसीबी (ACB) और ईओडब्ल्यू (EOW) द्वारा निष्पक्ष जांच की जाती है, तो करोड़ों के घोटाले का पर्दाफाश हो सकता है। क्रेडा के कई अधिकारियों की जेल जाने की नौबत आ सकती है।

सरकार की मंशा बनाम अफसरशाही का खेल : साय सरकार विकास योजनाओं को तेजी से लागू करने और जनता तक लाभ पहुंचाने की दिशा में काम कर रही है। लेकिन क्रेडा विभाग में बैठे कुछ अफसर केवल अपने फायदे के लिए कमीशनखोरी में लिप्त हैं। अगर सरकार सच में सुशासन के अपने दावों को धरातल पर उतारना चाहती है, तो इस विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार पर तुरंत कार्रवाई करनी होगी।

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