रायपुर

कस्टम मिलिंग घोटाले के आरोपी रोशन चंद्राकर की होटल में ऐश…

◆ इलाज के नाम पर बाहर निकला था आरोपी पांच घंटे बाहर बिताए ; बच्चों को घुमाता रहा प्रहरी अब निलंबित

रायपुर। कस्टम मिलिंग घोटाले के आरोपी रोशन चंद्राकर को पुलिस ने इलाज के बहाने बाहर निकाली और 5 घंटे तक होटल में रहने दिया। 2 अगस्त को दोपहर 12 से 5 बजे तक रोशन होटल वेनिंगटन में ही रहा। इस दौरान जेल प्रहरी लखन जायसवाल उसके बच्चों को बाहर घुमाता रहा। जेल प्रहरी को सस्पेंड कर दिया गया है।

आरोपी रोशन चंद्राकर जब अपनी पत्नी और बाकी लोगों से होटल में मिल रहा था उस दौरान जेल प्रहरी आरोपी के बच्चों को पंडरी सिटी सेंटर माल ले गया, खुद भी घूमता रहा। उसने वर्दी के ऊपर टीशर्ट पहन कर रखा था।

DG ने लगाई फटकार, कहा- सख्त कार्रवाई करें : वहीं इस मामले की जानकारी DG जेल को मिलने के बाद उन्होंने रायपुर सेन्ट्रल जेल के अधिकारियों को फटकार लगाई है और आरोपी को जेल से बाहर ले जाने वाले जेल प्रहरी लखन जैसवाल को सस्पेंड कर है। DG जेल राजेश मिश्रा ने प्रदेश के सभी जेल अधीक्षकों को निर्देश दिया है कि इस तरह के मामले पर तत्काल कार्रवाई करें।

रायपुर जेल में बंद कोयला घोटाला, शराब घोटाला, महादेव ऐप से सट्टा खिलाने वाले आरोपियों और रसूखदार कैदियों को VIP ट्रीटमेंट मिलने का आरोप पहले भी लग चुका है। VIP ट्रीटमेंट के नाम पर इन घोटालेबाजों और आरोपियों को शराब, सिगरेट से लेकर फ्रिज, टीवी और माइक्रोवेव की सुविधा मिलने की बात सामने आई थी। जेल में बंदियों को मिलने वाली VIP सुविधा की जानकारी दैनिक भास्कर को जेल से छूटे एक कैदी राकेश सिंह बैस ने दी थी। बैस ने बताया, कि VIP कैदियों को सुविधा देने के एवज में जेल स्टाफ पैसे लेता है। इस सिंडिकेट में जेल प्रबंधन के अलावा जेल में पदस्थ अस्पताल प्रबंधन के सदस्य भी शामिल हैं। जेल में पैसे कमाने के चक्कर में आम बंदियों को प्रताड़ित करने और मारपीट करने का आरोप भी इस पूर्व कैदी ने जेल स्टाफ पर लगाया था।

ED की जांच में ये पाया गया कि, तत्कालीन जिला मार्केटिंग ऑफिसर प्रीतिका पूजा केरकेट्टा को मनोज सोनी ने रोशन चंद्राकर के माध्यम से निर्देश दिया था। इसमें कहा गया था कि उन्हीं राइस मिलर्स के बिल का भुगतान किया जाना है, जिन्होंने वसूली की राशि रोशन चंद्राकर को दे दी है। किन राइस मिलर्स को भुगतान किया जाना है, इसकी जानकारी संबंधित जिले के राइस मिलर्स एसोसिएशन के जरिए मिलती थी। रोशन चंद्राकर जिन मिलर्स की जानकारी प्रीतिका को देता थे, उनका भुगतान कर बाकी मिलर्स की राशि रोक दी जाती थी। कस्टम मिलिंग मामले में हुई भ्रष्टाचार की जांच और मनोज सोनी की गिरफ्तारी के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने राइस मिलर्स को समंस जारी किया है। वहीं, एसोसिएशन से जुड़े कई लोगों ने ED दफ्तर पहुंच कर अपने बयान दर्ज करा चुके है।

20 अक्टूबर 2023 को ED ने छापा मारा था। ED ने अपने ऑफिशियल X अकाउंट पर लिखा कि, 20-21 अक्टूबर को मार्कफेड के पूर्व MD, छत्तीसगढ़ राइस मिलर्स संगठन के कोषाध्यक्ष और कुछ सदस्यों, राइस मिलर्स और कस्टम मिलिंग से जुड़े लोगों के घर पर जांच की गई। चावल घोटाले से जुड़ी इस जांच में कई संदिग्ध दस्तावेज, डिजिटल डिवाइस भी मिले है जिसकी जांच चल रही है।

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